जानिए- कमलनाथ सरकार के लिए सिरदर्द बने ज्योतिरादित्य सिंधिया का शैक्षणिक बैकग्राउंड क्या है?
देश की सियासत को झकझोर देनेवाले ज्योतिरादित्य सिंधिया इन दिनों सुर्खियों में हैं.उनके इस्तीफे के बाद कमलनाथ सरकार के लिए संकट और गहरा गया है.
नई दिल्ली: माधव राव सिंधिया के बेटे ज्योतिरादित्य सिंधिया पिछले दो दिनों से चर्चा में हैं. होली के मौके पर उन्होंने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफे का एलान कर देश की सियासत में खलबली मचा दी. उनके इस्तीफे के बाद मध्य प्रदेश की राजनीति में कमलनाथ की सरकार पर संकट मंडरा रहा है. दावा किया जा रहा है कि उनके साथ कांग्रेस के कई विधायक इस्तीफा देकर सिंधिया खेमे से जुड़ गए हैं. इस मौके पर सिंधिया के बैकग्राउंड के बारे में जानना काफी दिलचस्प रहेगा.
कमलनाथ के लिए मुसीबत का सबब बने सिंधिया
ज्योतिरादित्य सिंधिया केंद्र की यूपीए सरकार में मंत्री रह चुके हैं. कांग्रेस पार्टी ने मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के चुनाव में उन्हें जिम्मेदारी का पद सौंपा था. मध्य प्रदेश में उन्होंने बीजेपी को हराने के लिए जी तोड़ मेहनत की और हराया भी, मगर उत्तर प्रदेश के चुनाव में उनका जादू नहीं चल सका. उसके बाद लोकसभा चुनाव में भी उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा. कांग्रेस से उपेक्षित महसूस करने पर उन्होंने होली के दिन पार्टी से 18 साल पुरानी वफादारी को तोड़ने का एलान कर दिया. फिलहाल मध्य प्रदेश की सियासत की धुरी सिंधिया के इर्द गिर्द घूमती दिखाई दे रही है.
हारवर्ड और स्टैंडफोर्ड यूनिवर्सिटी से हासिल की उच्च शिक्षा
1971 में मुंबई में जन्मे ज्योतिरादित्य सिंधिया का संबंध ग्वालियर राजघराने घराने से है. उनकी शुरुआती शिक्षा कैंपियन स्कूल और दून स्कूल से हुई. उसके बाद उन्होंने ग्रेजुएशन करने के लिए हार्वर्ड यूनिवर्सिटी का रुख किया. जहां से अर्थशास्त्र में उन्हें 1993 में ग्रेजुएशन की डिग्री मिली. 2001 में स्टैंडफोर्ड यूनिवर्सिटी से बिजनेस में उन्होंने एमबीए का कोर्स किया. दो बच्चों के पिता ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी का नाम प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया है. 2001 में उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता लेकर सक्रिय राजनीति की दुनिया में कदम रखा. फिलहाल उपेक्षा में चल रहे सिंधिया अभी अपने राजनीतिक विरासत को सफल बनाने में लगे हैं.
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