Kajal Jha Biography: कौन है गैंगस्टर काजल झा? जिसकी 100 करोड़ की कोठी को नोएडा पुलिस ने किया सील, इस गैंगस्टर से है खास रिश्ता
Kajal Jha News: रवि काना की प्रेमिका काजल झा कुछ साल पहले नौकरी की तलाश में उससे मिली थी. रवि से मिलने के कुछ दिन बाद ही काजल झा उसके गिरोह में शामिल हो गई और गैंग की सबसे अहम सदस्य बन गई.
Who is Gangster Kajal Jha: नोएडा पुलिस दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में सक्रिय स्क्रैप माफिया और गैंगस्टर रवि काना और उसके गिरोह पर लगातार कार्रवाई कर रही है. पुलिस अब तक उसकी 200 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियों को सील कर चुकी है. रवि के खिलाफ की जा रही पुलिस कार्रवाई लगातार सुर्खियों में बनी हुई है, लेकिन पिछले दो-तीन दिन से रवि काना से ज्यादा चर्चा उसकी गर्लफ्रेंड काजल झा की हो रही है.
दरअसल, नोएडा पुलिस ने अपनी कार्रवाई के दौरान रवि काना की ओर से गिफ्ट में मिले काजल झा के 100 करोड़ रुपये के बंगले को भी सील कर दिया है. यह बंगला साउथ दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में स्थित है. ऐसे में अब हर कोई जानना चाह रहा है कि आखिर कौन है काजल झा, कैसे वह रवि काना की इतनी खास हो गई.
कौन हैं काजल झा?
रिपोर्ट के मुताबिक, रवि काना की प्रेमिका काजल झा कुछ साल पहले नौकरी तलाश रही थी. जॉब की तलाश में ही वह गैंगस्टर रवि काना के संपर्क में आई. रवि से मिलने के कुछ दिन बाद ही काजल झा उसके गिरोह में शामिल हो गई और गैंग की सबसे अहम सदस्य बन गई. काज रवि की सभी बेनामी संपत्तियों का हिसाब-किताब रखती थी. इसके अलावा उसके स्क्रैप से जुड़े काम को भी काजल ही देखती थी.
काना के पूरे कारोबार का हिसाब काजल के पास
काजल झा रवि काना के लिए कितनी खास है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि काना ने उसे न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में करीब ₹100 करोड़ का तीन मंजिला बंगला गिफ्ट में दिया था. कना के सारे कारोबार का हिसाब भी काजल के पास था. धीरे-धीरे वह जुर्म की दुनिया में भी घुसती गई. उसे दिल्ली-एनसीआर का लेडी डॉन भी कहा जाता है.
जबरन वसूली भी करता है गिरोह
पुलिस के अनुसार, रवींद्र नागर उर्फ रवि काना 16 सदस्यीय गिरोह चलाता है. यह गिरोह सरिया और स्क्रैप की अवैध खरीद और बिक्री में शामिल है. इसके अलावा वह दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में कारोबारियों से जबरन वसूली भी करता है. रवि काना ग्रेटर नोएडा के एक अन्य गैंगस्टर हरेंद्र प्रधान का भाई है, जिसे 2014 में एक प्रतिद्वंद्वी गिरोह ने मार डाला था. उसकी मौत के बाद रवि काना ने गैंग की बागडोर संभाली.
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