साहित्य अकादमी के अध्यक्ष चुने गए माधव कौशिक, हिंदी कविता और गजलों में हासिल की है प्रसिद्धि, जानें उनके बारे में
Madhav Kaushik: हिंदी कविता और गजलों में प्रसिद्धि हासिल करने वाले माधव कौशिश साहित्य अकादमी के अध्यक्ष चुने गए हैं. उनका खंड काव्य 'सुनो राधिका' और बालगीत 'खिलौने माटी के' काफी लोकप्रिय है.
Sahitya Akademi New President: साहित्य अकादमी अध्यक्ष पद के लिए शनिवार (11 मार्च) को चुनाव संपन्न हुआ और उसके नतीजे आ चुके हैं. हिंदी के साहित्यकार माधव कौशिक नए अध्यक्ष चुने गए हैं. अध्यक्ष पद के लिए कौशिक के साथ प्रसिद्ध मराठी लेखक रंगनाथ पठारे और कन्नड़ साहित्यकार मल्लपुरम वेंकटेश चुनाव लड़े रहे थे. चुनाव में साहित्य अकादमी कार्यकारिणी के 97 सदस्यों ने मतदान किया.
अभी तक साहित्य अकादमी के अध्यक्ष चंद्रशेखर कंबार थे. चंद्रशेखर कंबार 12 फरवरी, 2018 को साहित्य अकादमी के नए अध्यक्ष चुने गए थे. वह साहित्य अकादमी के अध्यक्ष बनने वाले तीसरे कन्नड़ साहित्यकार हैं. चंद्रशेखर कंबार ने डॉ. विश्वनाथ प्रसाद तिवारी का स्थान लिया था. उस समय वह अकादमी के उपाध्यक्ष थे.
माधव कौशिक के बारे में जानिए
बता दें कि माधव कौशिक का जन्म हरियाणा के भिवानी शहर में 1 नवंबर, 1954 को हुआ था. उन्होंने हिंदी कविता, कहानी, बाल साहित्य, गजल के क्षेत्र में प्रसिद्धि हासिल की है. उनकी चर्चित गजलों में से कुछ हैं, 'सारे सपने बागी हैं', 'आईनों के शहर में', 'किरण की सुबह', 'सपने खुली निगाहों के', 'हाथ सलामत रहने दो', 'आसमान सपनों का' और 'नई सदी का सन्नाटा'.
साहित्य अकादमी का पहला अध्यक्ष कौन था?
देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू साहित्य अकादमी के पहले अध्यक्ष थे. साल 1963 में उनको अध्यक्ष बनाया गया था. इसके बाद, साल 1994 में उनक निधन के बाद डॉ. एस. राधाकृष्णन को नया अध्यक्ष निर्वाचित किया गया. फिर, 1968 में कार्यकारिणी ने डॉ. जाकिर हुसैन को साहित्य अकादमी का अध्यक्ष निर्वाचित किया.
नेहरू के बाद कौन-कौन रहा अध्यक्ष?
- मई 1969 में डॉ. सुनीति कुमार चटर्जी को अध्यक्ष चुना गया.
- फरवरी 1973 में डॉ. सुनीति कुमार चटर्जी को दोबारा से अध्यक्ष चुना गया.
- मई 1977 में डॉ. चटर्जी के निधन के बाद प्रो. के.आर. श्रीनिवास आयंगर साहित्य अकादमी के कार्यवाहक अध्यक्ष बनाए गए.
- फरवरी 1978 में प्रो. उमाशंकर जोशी अध्यक्ष निर्वाचित हुए.
- फरवरी 1983 में प्रो. वी. के. गोकाक अध्यक्ष चने गए.
- फरवरी 1988 में डॉ. बीरेन्द्र कुमार भट्टाचार्य, 1993 में प्रो. यू. आर. अनंतमूर्ति, 1998 में रमाकांत रथ अध्यक्ष चुने गए.
- 2003 में प्रो. गोपीचंद नारंग, 2008 में सुनील गंगोपाध्याय, अक्तूबर 2012 में गंगोपाध्याय के निधन के बाद प्रो. विश्वनाथ प्रसाद तिवारी को प्रभारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया.
- 18 फरवरी, 2013 को विश्वनाथ प्रसाद तिवारी को अकादमी का अध्यक्ष चुना गया. 2018 में प्रो. चंद्रशेखर कंबार अकादमी के अध्यक्ष चुने गए.
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