Mallu Bhatti Vikramarka: कौन हैं मल्लू भट्टी विक्रमार्क जिनको बनाया तेलंगाना का डिप्टी सीएम, जानें किस वोट बैंक पर है पकड़
Mallu Bhatti Vikramarka: एमएलसी से राजनीतिक में पैर रखने वाले मल्लू भट्टी विक्रमार्क 2009 में पहली बार माधिरा सीट से विधायक बने थे. वह इस सीट से 4 बार चुनाव जीत चुके हैं. वह बड़े दलित नेता हैं.
Who is Mallu Bhatti Vikramarka: तेलंगाना के नए मुख्यमंत्री के रूप में कांग्रेस के रेवंत रेड्डी ने गुरुवार (7 दिसंबर) को शपथ ले ली. हैदराबाद के एलबी स्टेडियम में आयोजित समारोह में बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे जहां राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन ने रेड्डी को शपथ दिलाई. उनके साथ मल्लू भट्टी विक्रमार्क ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. मल्लू भट्टी का नाम सीएम की रेस में भी था लेकिन आखिरी वक्त में रेवंत रेड्डी ने बाजी मार ले गए.
अब बात करतें हैं मल्लू भट्टी की कि आखिर उनका राजनीतिक बैकग्राउंड क्या है. भट्टी विक्रमार्क ने खम्मम जिले की माधिरा सीट से जीत दर्ज की है. जून 1961 में व्यारा मंडल (खम्मम) के स्नानाला लक्ष्मीपुरम गांव में जन्मे विक्रमार्क ने हैदराबाद के निजाम कॉलेज से ग्रेजुएशन की पढ़ाई की है. इसके बाद उन्होंने 1986 में हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी से हिस्ट्री में एमए की पढ़ाई की. भट्टी ने अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत आंध्र प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के एमएलसी के रूप में की थी.
इसके बाद 2009 में वह माधिरा सीट से पहली बार विधायक चुने गए थे. उनके काम को देखते हुए पार्टी ने उन्हें मुख्य सचेतक की जिम्मेदारी दी. जून 2011 में विक्रमार्क को आंध्र प्रदेश विधानसभा का उपाध्यक्ष बनाया गया. जनवरी 2019 में विक्रमार्क को तेलंगाना विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) का नेता बनाया गया.
1400 किलोमीटर की पदयात्रा करने से सुर्खियों में आए
इसी साल भट्टी विक्रमार्क ने बीआरएस की केसीआर सरकार के खिलाफ राज्यभर में करीब 1400 किलोमीटर की पदयात्रा की थी. ऐसा करके वह मीडिया की सुर्खियों में भी बने रहे. 2023 के विधानसभा चुनाव में भट्टी ने बीआरएस उम्मीदवार कमल राजू लिंगला को 35,452 वोटों से हरा कर चौथी बार माधिरा सीट से जीत दर्ज की.
कांग्रेस के लिए बड़े दलित नेता
कांग्रेस ने इस पूरे चुनाव में दलित और ओबीसी की बात की है. उस लिहाज से देखें तो विक्रमार्क कांग्रेस के सबसे प्रमुख दलित चेहरे हैं. इनकी बदौलत कांग्रेस ने दलित वोट बैंक पर अच्छी पकड़ बनाई. ये विक्रमार्क का कद ही है कि उन्हें रेवंत रेड्डी के साथ सीएम पद का दावेदार माना जा रहा था. बाद में पार्टी ने उन्हें डिप्टी सीएम बनाकर उनके कद को साबित किया है. विक्रमार्क के बड़े भाई अविभाजित आंध्र प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं. इसके अलावा उनके मझले भाई भी कांग्रेस सांसद रह चुके हैं.
करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं विक्रमार्क
भट्टी विक्रमार्क के पास 8.13 करोड़ रुपये की संपत्ति है. नामांकन के दौरान दायर हलफनामा में बताया था कि इनके पास 2,82,000 रुपये की नकदी है. इसके अलावा 1167 ग्राम के सोने के आभूषण हैं जिसकी कीमत करीब 76 लाख रुपये आंकी गई. उनके पास 26 लाख रुपये की इनोवा कार भी है.
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