Who Is Monu Manesar: हरियाणा के नूंह (Nuh) और गुरुग्राम (Gurugram) जिले में हुई हिंसा की जांच के लिए एसआईटी (SIT) का गठन कर दिया गया है. हरियाणा के डीजीपी पीके अग्रवाल ने बुधवार (2 अगस्त) को कहा कि इसमें बजरंग दल के सदस्य मोनू मानेसर (Monu Manesar) की भूमिका की जांच की जा रही है. मोनू मानेसर को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) ने भी बयान दिया है.


सीएम ने कहा कि मोनू मानेसर के खिलाफ पिछला केस राजस्थान सरकार ने किया था. मैंने राजस्थान सरकार से कहा है कि जिस भी तरह की मदद आपको ढूंढने में चाहिए, हम मदद करेंगे. हम मदद के लिए तैयार हैं. राजस्थान पुलिस ढूंढ रही है. कहां है, अभी इसका इनपुट नहीं है. राजस्थान पुलिस कार्रवाई के लिए स्वतंत्र है. 


मोनू मानेसर के नाम की हो रही चर्चा


विश्व हिंदू परिसर के एक जुलूस को रोकने की कोशिश को लेकर सोमवार (31 जुलाई) को नूंह में भड़की हिंसा गुरुग्राम तक फैल गई है. जिसमें दो होम गार्ड कर्मी और एक मौलवी समेत छह लोग मारे गए हैं. इस हिंसा को लेकर मोनू मानेसर के नाम की भी चर्चा हो रही है. आपको बताते हैं कि मोनू मानेसर कौन है. 


कौन है मोनू मानेसर?


फरवरी में हरियाणा के भिवानी में दो कथित गौ तस्करों की हत्या का आरोपी मोनू मानेसर नूंह और गुरुग्राम में हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद फिर सुर्खियों में है. मोनू मानेसर ने एक वीडियो जारी कर नूंह में निकाले गए इस धार्मिक जुलूस में हिस्सा लेने की बात कही थी. आरोप है कि इस वीडियो में उसने भड़काऊ बातें की हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोनू मानेसर पॉलिटेक्निक डिप्लोमा होल्डर है. 


खुद को बताता है गौरक्षक


मोनू मानेसर उर्फ मोहित यादव खुद को बजरंग दल का सदस्य और गौरक्षक बताता है. वह गुरुग्राम के पास मानेसर से आता है. उसकी सोशल मीडिया प्रोफाइल के अनुसार, वह हरियाणा में गौरक्षा दल का प्रमुख है. मोनू मानेसर और उसके दल के लोग पुलिस को कथित गौ तस्करों के बारे में जानकारी देते हैं. मोनू मानेसर पर दो लोगों की हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया गया है. 


नासिर और जुनैद की हत्या का है आरोप


राजस्थान के भरतपुर जिले के रहने वाले नासिर और जुनैद का कथित तौर पर 15 फरवरी को गौरक्षकों ने अपहरण कर लिया था और अगले दिन उनके शव हरियाणा के भिवानी के लोहारू में एक जली हुई कार में पाए गए थे. राजस्थान पुलिस ने मामले में आरोप पत्र दायर कर मोनू मानेसर को आरोपी बनाया है. हालांकि, मोनू मानेसर ने अपहरण और हत्या के आरोपों से इनकार किया है और फिलहाल फरार है. 


राजस्थान पुलिस कर रही तलाश


राजस्थान पुलिस लगातार उसकी तलाश कर रही है. मोनू मानेसर की सोशल मीडिया पर हथियारों के साथ कई तस्वीरें और वीडियो भी मौजूद हैं. उसके फॉलोअर्स की संख्या भी लाखों में है. उस पर अक्सर भड़काऊ भाषण देने के आरोप लगते रहे हैं.  


पहले भी दी गई थी एक शिकायत


नासिर और जुनैद की हत्या से कुछ दिनों पहले ही हरियाणा के नूंह के तावड़ू में एक और पुलिस शिकायत में मोनू मानेसर और उसकी गौरक्षकों की टीम का नाम लिया गया था. जिसमें एक 22 वर्षीय व्यक्ति को गौ तस्करी के संदेह में पकड़ा गया था और बाद में पुलिस को सौंप दिया गया था. एक अस्पताल में इलाज के दौरान इस शख्स की मौत हो गई थी.  


पुलिस ने कहा था कि जिस कार में वह अपने दो सहयोगियों के साथ जा रहा था, वह एक टेम्पो से टकरा गई थी. दुर्घटना में लगी चोटों के कारण उसकी मौत हो गई थी. इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, मोनू के सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किए गए फेसबुक लाइव का एक कथित वीडियो क्लिप वायरल होने के बाद, आरोपी गौ तस्कर के परिवार ने आरोप लगाया था है कि उसे गौरक्षकों ने पीटा था और हमले से घायल होने के कारण उसकी मौत हुई थी.  


(इनपुट पीटीआई से भी)


ये भी पढ़ें- 


Nuh Violence: 'हर व्यक्ति को सुरक्षा न पुलिस दे सकती है और न ही सेना', नूंह हिंसा पर सीएम मनोहर लाल खट्टर का बयान