Mohammad Ghouse Nayazi: PFI मेंबर, RSS कार्यकर्ता की हत्या का 'मास्टरमाइंड'...कौन है मोहम्मद गौस नायाजी? NIA ने रखा था 5 लाख का इनाम
Who is Mohammad Ghouse Nayazi: मोहम्मद गौस नायाजी के ऊपर एनआईए ने पांच लाख रुपये का इनाम भी रखा हुआ था. अब एनआईए ने उसे गिरफ्तार कर लिया है.
Mohammad Ghouse Nayazi: नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने शुक्रवार (2 मार्च) को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के सदस्य मोहम्मद गौस नायाजी को गिरफ्तार किया. नायाजी 2016 में कर्नाटक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कार्यकर्ता आर रुद्रेश की हत्या का मुख्य साजिशकर्ता भी है. एनआईए ने नायाजी को तंजानिया की राजधानी दारे-सलाम से मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज एयरपोर्ट आने पर गिरफ्तार किया.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, मोहम्मद गौस नायाजी पिछले आठ सालों से एनआईए की पकड़ से दूर था. वह भारत से भागकर विदेशों में छिपा हुआ था और एजेंसी उसकी तलाश में जुटी हुई थी. इस तरह आठ सालों की कड़ी मेहनत के बाद आखिरकार नायाजी एनआईए की गिरफ्त में आया है. गुप्त सूचना के आधार पर एनआईए की स्पेशल टीम ने एयरपोर्ट पर पहुंचते ही नायाजी को गिरफ्तार कर लिया. ऐसे में आइए जानते हैं कि आखिर मोहम्मद गौस नायाजी कौन है.
कौन है मोहम्मद गौस नायाजी?
मोहम्मद गौस नायाजी को 2016 में कर्नाटक के प्रमुख आरएसएस कार्यकर्ता आर रुद्रेश की हत्या के मामले में मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक माना जाता है. अक्टूबर 2016 में प्रतिबंधित संगठन पीएफआई के चार सदस्यों ने रुद्रेश की हत्या कर दी थी. एनआईए की प्रेस रिलीज के मुताबिक, रुद्रेश की हत्या की साजिश कर्नाटक के हेब्बाल विधानसभा क्षेत्र के सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष गौस नायाजी और एक अन्य पीएफआई सदस्य असीम शरीफ ने रची थी.
प्रेस रिलीज में आगे बताया गया कि दोनों ने पीएफआई के चार सदस्यों को समझाया कि अगर वे रुद्रेश की हत्या कर देंगे तो इससे आरएसएस और समाज में दहशत का माहौल पैदा होगा. हत्यारों को समझाया गया कि रुद्रेश की हत्या आरएसएस के खिलाफ पवित्र जंग है. 41 वर्षीय गौस नायाजी बेंगलुरु के आरटी नगर का रहने वाला है. वह हत्या के बाद भारत छोड़कर भाग गया था और कई मुल्कों में छिपकर रह रहा था.
यही वजह थी कि गौस नायाजी की तलाश के लिए जांच एजेंसी ने उसके सिर पर 5 लाख रुपये का इनाम रखा हुआ था. गौस नायाजी अपने समर्थकों के बीच गौस भाई के तौर पर फेमस था. उसका भारतीय पासपोर्ट सितंबर 2021 में ही एक्सपायर हो गया था. गौस नायाजी को एक्सपायर भारतीय पासपोर्ट पर ज्यादा समय तक रुकने की वजह से दुबई अधिकारियों ने अहमदाबाद भेजा था, ताकि वह भारत में कानूनी कार्रवाई का सामना कर सके.
गुजरात एंटी टेरर स्क्वाड ने सबसे पहले नायाजी की लोकेशन ट्रैक की थी, जिसके बाद केंद्रीय एजेंसियां अलर्ट हो गईं. नायाजी संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में मौजूद था. दुबई के अधिकारियों ने भारतीय पासपोर्ट का इस्तेमाल करके खरीदी गई सिम कार्ड के जरिए गौस के ठिकाने का पता लगाया. गौस नायाजी की गिरफ्तारी के साथ ही रुद्रेश की हत्या करने वाले बाकी के चार आरोपियों की भी गिरफ्तारी हो चुकी है. असीम शरीफ को भी गिरफ्तार किया जा चुका है.
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