Sneha Dubey: संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के सलाना सत्र में पाकिस्तान के नेताओं को करारा जवाब देने की भारत के युवा राजनयिकों की परंपरा को जारी रखते हुए प्रथम सचिव स्नेहा दुबे ने उच्चस्तरीय सत्र में अपने संबोधन के दौरान कश्मीर का मुद्दा उठाने को लेकर महासभा में प्रधानमंत्री इमरान खान को तीखा जवाब दिया. उन्होंने शुक्रवार को यूएनजीए हॉल में पूरी मजबूती से भारत का पक्ष रखा, जोकि पिछले कुछ वर्षों में युवा भारतीय राजनयिकों द्वारा पाकिस्तानी नेताओं के जम्मू-कश्मीर और भारत के अन्य आंतरिक मामलों पर उनकी टिप्पणी का जोरदार जवाब देने की परंपरा को आगे बढ़ाता है.


स्नेहा दुबे ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में कहा, ' हम हमारे देश के आंतरिक मामलों को सामने लाकर और विश्व स्तर पर झूठ फैलाने के लिए इस प्रतिष्ठित मंच की छवि खराब करने के लिए पाकिस्तान के नेता द्वारा किए गए एक और प्रयास को लेकर जवाब के अपने अधिकार का प्रयोग करते हैं.' महासभा के 76वें सत्र में अपने संबोधन में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की तरफ से जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाए जाने पर निशाना साधते हुए युवा भारतीय राजनयिक ने कहा, 'हालांकि, इस तरह के बयान बार-बार झूठ बोलने वाले व्यक्ति की मानसिकता के लिए हमारी सामूहिक अवमानना ​​और सहानुभूति के पात्र हैं, लेकिन मैं सीधे इस मंच के माध्यम से सही तथ्य रख रही हूं.'


सोशल मीडिया पर हो रही है तारीफ


2012 बैच की भारतीय विदेश सेवा की अधिकारी दुबे की सधे और तीखे भाषण के लिये सोशल मीडिया पर लोग उनकी सराहना कर रहे हैं. ट्विटर पर एक यूजर ने कहा, 'इस महान राष्ट्र के प्रतिभाशाली, युवा, ऊर्जावान राजनयिक द्वारा किया गया उत्कृष्ट खंडन.' एक अन्य यूजर ने कहा, ' भारत की वीर राजनयिक.... शानदार.'


कौन हैं स्नेहा दुबे?


बचपन से आईएफएफ बनने का सपना देखने वाली स्नेहा दुबे 2012 बैच की इंडियन फॉरेन सर्विस ऑफिसर हैं. उन्होंन अपनी स्कूली पढ़ाई गोवा में की. बाद में उन्होंने पुणे और फिर जेएनयू से इंटरनेशनल स्टडीज में एफफिल की डिग्री हासिल की. खास बात ये कि साल 2011 में स्नेहा ने अपने पहले अटैम्प्ट में ही सिविल सर्विस की परीक्षा पास कर ली थी. उनके पिता एक मल्टीनेशल कंपनी में काम करते हैं और मां शिक्षिका हैं.


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