पूर्व ब्यूरोक्रेट्स सुखबीर सिंह संधू और ज्ञानेश कुमार को नया चुनाव आयुक्त चुना गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में इन दोनों के नामों पर महुर लगी. दरअसल, चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय के रिटायर होने और पिछले हफ्ते अरुण गोयल के इस्तीफे के बाद दो जगह खाली हो गई थीं. लोकसभा चुनाव के ऐलान से पहले सिर्फ एक चुनाव आयुक्त राजीव कुमार बचे थे. ऐसे में पीएम मोदी के अध्यक्षता वाले पैनल की बैठक बुलाई गई थी.
पैनल में शामिल कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने बताया कि पैनल के सामने दो पदों के लिए 6 नाम सामने आए थे. इन नामों में उत्पल कुमार सिंह, प्रदीप कुमार त्रिपाठी, ज्ञानेश कुमार, इंदिवर पांडे, सुखबीर सिंह संधू और सुधीर कुमार गंगाधर रहाते शामिल थे. हालांकि, अधीर रंजन चौधरी ने कहा, यह स्पष्ट नहीं है कि 200 उम्मीदवारों में इन 6 का चयन कैसे हुआ?
कौन हैं सुखबीर सिंह संधू?
1963 में जन्में सुखबीर सिंह 1988 बैच के रिटायर IAS अफसर हैं. वे उत्तराखंड कैडर के अधिकारी हैं. सुखबीर सिंह उत्तराखंड के मुख्य सचिव रहे. इसके अलावा वे उच्च शिक्षा विभाग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अध्यक्ष जैसे अहम पदों पर रह चुके हैं. सुखबीर सिंह संधू ने अमृतसर के गवर्मेंट मेडिकल कॉलेज से MBBS किया है. उन्होंने गुरुनानक देव यूनिवर्सिटी अमृतसर से इतिहास में मास्टर्स की है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, संधू के पास लॉ की डिग्री भी है.
सुखबीर सिंह को लुधियाना नगर निगम कमिश्नर रहते हुए उनकी सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया गया था. उन्हें भारत की जनगणना के दौरान प्रदान की गई सेवाओं के लिए 2001 का भारत का राष्ट्रपति पदक भी मिला है.
कौन हैं ज्ञानेश कुमार?
वहीं, ज्ञानेश कुमार 1988-बैच के IAS अधिकारी हैं. वे 31 जनवरी 2024 को रिटायर हुए थे. ज्ञानेश कुमार केरल कैडर के अधिकारी हैं. ज्ञानेश कुमार को अमित शाह का करीबी माना जाता है. उन्होंने संसदीय कार्य मंत्रालय में सचिव के रूप में काम किया है. इसके अलावा वे केंद्रीय सहकारिता मंत्रालय में भी वे सचिव रहे हैं.