अमेरिका में भारत के पूर्व राजदूत तरनजीत सिंह संधू लोकसभा चुनाव से पहले मंगलवार (19 मार्च 2024 ) को बीजेपी में शामिल हो गए. चर्चा है कि पार्टी उन्हें अमृतसर से लोकसभा उम्मीदवार बना सकती है. अभी अमृतसर से कांग्रेस के गुरजीत सिंह औजला सांसद हैं. माना जा रहा है कि बीजेपी इस बार औजला के खिलाफ तरनजीत सिंह को मैदान में उतार सकती है. आईए जानते हैं आखिर तरनजीत सिंह कौन हैं?


इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, तरनजीत पंजाब के तरनतारन जिले के राय बुर्ज के रहने वाले हैं. उनकी शुरुआती पढ़ाई लिखाई अमृतसर में हुई. तरनजीत के पिता बिशन सिंह समुंद्री शिक्षाविद् थे. वे गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के संस्थापक कुलपति थे. तरनजीत के दादा सरदार तेजा सिंह समुंद्री शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और सिख लीग में सक्रिय रहे. वे कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता थे. उन्होंने कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य के तौर पर जवाहरलाल नेहरू, मदन मोहन मालवीय, मौलाना अब्दुल कलाम आजाद के साथ मंच साझा किया. 


श्रीलंका और अमेरिका में दे चुके सेवाएं


तरनजीत सिंह संधू रिटायर भारतीय राजनयिक हैं, वे श्रीलंका में भारत के उच्चायुक्त और अमेरिका में भारत के 28वें राजदूत रहे चुके हैं. तरनजीत सिंह संधू  1988 में भारतीय विदेश सेवा में शामिल हुए थे. यूक्रेन में भारतीय दूतावास खोलने में तरनजीत सिंह संधू की अहम भूमिका थी. तरनजीत सिंह ने भारतीय विदेश मंत्रालय में भी विभिन्न पदों पर काम किया है. तरनजीत सिंह की शादी रीनत संधू से हुई है. वे इटली में भारत की राजदूत रह चुकी हैं. तरनजीत अमेरिका में भारत के पहले सचिव थे. 


 






बीजेपी में शामिल होने के बाद तरनजीत सिंह ने कहा, पिछले 10 सालों में मैंने पीएम मोदी के नेतृत्व में काम किया. खासकर अमेरिका और श्रीलंका के साथ संबंधों के मामले में. पीएम मोदी विकास पर केंद्रित हैं. आज विकास की बहुत जरूरत है और यह विकास अमृतसर तक पहुंचना चाहिए. इसलिए मैं पार्टी अध्यक्ष प्रधान मंत्री, गृह मंत्री को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने मुझे देश की सेवा के नए रास्ते पर जाने के लिए प्रोत्साहित किया, जिसमें मैं प्रवेश कर रहा हूं.