नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर पोस्टर चस्पा करने के मामले में पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि इसके पीछे आम आदमी पार्टी के नेता हैं. पुलिस का है कि दावा लॉकडाउन नियमों का उलंघन हुआ है. पुलिस जल्द ही इनसे पूछताछ करेगी. 


दिल्ली के अलग-अलग डिस्ट्रिक्ट में हाल ही में कई ऐसे पोस्टर लगाए गए जिनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर तंज कसे गए. पोस्टर में लिखा था, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी हमारे बच्चों की वैक्सीन विदेश क्यों भेज दी गई.’


दिल्ली पुलिस का कहना है कि कोरोना महामारी के बीच इस तरह के पोस्टर लगाना डीडीएमए गाइडलाइंस का उल्लंघन है, जिसके कारण पुलिस ने अलग-अलग डिस्ट्रिक्ट में करीब 25 मामले दर्ज कर दो दर्जन लोगों की गिरफ्तारी की है. पुलिस के मुताबिक इस मामले में कुछ लेबर और छोटे प्रिन्टर्स की गिरफ्तारी हुई थी लेकिन जांच में ये बात सामने आई है कि इसके पीछे पॉलिटिकल लीडर्स के हाथ है जिन्होंने इन पोस्टर को बनवाने और लगाने के लिए पैसा दिया.


दिल्ली पुलिस के मुताबिक इन पोस्टर पर किसी प्रिंटिंग प्रेस या पब्लिशर की डिटेल नहीं थी. दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के मुताबिक कंझावला इलाके में भी ये पोस्टर लगाए गए थे जिसके बाद पुलिस ने मंगोलपुरी थाने में भी 2 एफआईआर दर्ज की थी.


पुलिस के मुताबिक 12 और 13 मई की देर रात 4 बजे ये पोस्टर लगाए गए थे. इस मामले में पुलिस ने सुल्तान माजरा इलाके में रहने वाले अरविंद गौतम नाम के आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता को गिरफ्तार किया है. दिल्ली पुलिस के मुताबिक अरविंद गौतम ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि उसने राहुल नाम के शख्स को 9 हजार रुपये देकर ये पोस्टर प्रिंट करने और इलाके में लगाने के लिए दिए थे. राहुल जो कि मंगोलपुरी इलाके में रहता है और एक ग्राफ़िक डिजाइनिंग शॉप चलाता है. राहुल की "ममता ग्राफिक्स" के नाम से दुकान है.


पुलिस के मुताबिक जांच में ये बात सामने आई है कि राहुल ने आगे मंगोलपुरी इलाके में ही ऐड लाइन प्रिन्टिंग प्रेस चलाने वाले राजेश को पोस्टर छापने के लिए दिए. दिल्ली पुलिस का दावा है कि इस तरह से पोस्टर लगाना कोरोना महामारी में डीडीएमए की गाइडलाइन का उलंघन है. पुलिस ने इस मामले में सुल्तानपुरी इलाके में रहने वाले अनिल नाम के शख्स को भी गिरफ्तार किया था. अनिल के ई-रिक्शा में ही ये पोस्टर और होर्डिंग्स रखे हुए थे.


दिल्ली पुलिस के मुताबिक दिल्ली की साउथ डिस्ट्रिक्ट के खानपुर इलाके में भी इस तरह के पोस्टर लगाये गए थे. जिसको लेकर नेब सराय थाने में मामला दर्ज किया गया था. इस मामले की जांच में भी ये बात सामने आई है कि आम आदमी पार्टी के एक्स काउंसलर कैंडीडेट संजय चौधरी का पोस्टर के पीछे हाथ था. पुलिस का कहना है कि संजय चौधरी ने ही आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं को पोस्टर छपवाने और लगवाने के लिए पैसे दिए थे. पुलिस ने इस मामले में आम आदमी पार्टी कार्यकर्ता संतोष और मयंक को गिरफ्तार किया है. दिल्ली पुलिस जल्द ही आम आदमी पार्टी के नेता संजय चौधरी से पूछताछ करेगी.


दिल्ली पुलिस का कहना है कि पश्चिमी दिल्ली में भी इस तरह के पोस्टर चस्पा करने के मामले में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता राकेश जोशी औऱ प्रशान्त कुमार का हाथ है और इनके कहने पर ही ये पोस्टर लगाए गए थे. इस मामले में पुलिस ने अभी तक 5 लोगो को कोरोना महामारी में डीडीएमए की गाइडलाइन के उलंघन के आरोप में गिरफ्तार किया है. ये लोग ऑटो ड्राइवर, फिटर, कॉन्ट्रैक्टर औऱ प्रिन्टिंग प्रेस के मालिक हैं. लेकिन पुलिस जल्द ही दोनों आम आदमी पार्टी के नेताओं राकेश जोशी और प्रशांत कुमार से भी पूछताछ करेगी.


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