भारत की कोरोना वायरस से निपटने के तरीकों की WHO ने की तारीफ
डब्ल्यूएचओ की दक्षिण पूर्व एशिया की रीजनल डायरेक्टर पूनम खेत्रपाल सिंह का मानना है कि भारत ने कोरोना वायरस से लड़ने की तैयारी काफी अच्छी की है.
नई दिल्ली: भारत में रोज कोरोना वायरस के नए मामले सामने आ रहे हैं. अब तक कुल कुल 147 मामले सामने आ चुके हैं जिसमें 3 लोगों की इसकी वजह से मौत हो चुकी है. ये आंकड़े बाकी देशों के मुकाबले जहां कोरोना फैला हुआ है उससे काफी कम है. डब्ल्यूएचओ ने भी भारत सरकार की इस मामले में तारीफ की है कि भारत में कोरोना का असर अन्य देशों के मुकाबले काफी कम है. इसकी वजह है इसको लेकर भारत में तैयारियां पहले से की गई थी.
डब्ल्यूएचओ की दक्षिण पूर्व एशिया की रीजनल डायरेक्टर पूनम खेत्रपाल सिंह का मानना है कि भारत ने कोरोना वायरस से लड़ने की तैयारी काफी अच्छी की है. उन्होंने बताया कि जब चीन में कोरोनावायरस की शुरुआत हुई थी उन्होंने इस बारे में भारत सरकार को चिट्ठी लिखी थी. इस चिट्ठी के बाद से ही भारत ने अपनी तैयारी शुरू कर दी थी. भारत उस बात को काफी गंभीरता से लिया और करुणा की रोकथाम के लिए काम शुरू कर दिया. यही वजह है कि भारत में इतने कम मामले सामने आए हैं.
पूनम खेत्रपाल सिंह भारत के अब तक उठाए गए कदमों से काफी खुश हैं. उन्होंने भारत द्वारा उठाए गए कदमों की तारीफ करते हुए कहा कि भारत ने अब तक इस कोरोना वायरस को रोकथाम करने के लिए बहुत अच्छे कदम उठाए हैं. वहीं इस मामले को लेकर भारत सरकार और खासकर पीएम मोदी के कामकाज से भी डब्ल्यूएचओ काफी प्रभावित और संतुष्ट है.
उन्होंने कहा,'' भारत में मैंने देखा सिर्फ स्वास्थ्य मंत्रालय ही नहीं, इसमें बाकी डिपार्टमेंट भी शामिल है, जिसमें पर्यटन है, नागरिक उड्डयन मंत्रालय है, और इसके लिए ग्रुप ऑफ मिनिस्टर बना हुआ है. ग्रुप ऑफ मिनिस्टर के मुख्य स्वास्थ्य मंत्री हैं और वह लगातार रिव्यू करते हैं.'' वहीं वो मानती है कि भारत की हालत चीन, ईरान या इटली जैसी इसलिए नहीं हुई क्योंकि भारत ने समय रहते कई अहम फैसले किए हैं. वो फैसले जो ये सभी देश लेने से चूक गए इसलिए बाकी देशों जैसा भारत में हाल नहीं है.
वहीं उनके मुताबिक भारत में स्टेज 3 यानी कम्युनिटी ट्रांसमिशन की नौबत नहीं आनी चाहिए लेकिन ये पक्के तौर पर नहीं कहा जा सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि इस वायरस के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है. ना इसका सोर्स पता है.