नई दिल्ली: विश्व स्वास्थ्य संगठन की मुख्य वैज्ञानिक डॉ सौम्या स्वामानाथ ने बीते दिन एक बयान जारी करते हुए कहा कि स्कूलों के खोले जाने की अपील की है. दरअसल, कोरोना के मामलों को देखते हुए पिछले साल मार्च महीने से स्कूलों को बंद किया हुआ है. वहीं, सौम्या ने कहा कि बच्चों के मानसिक, शारीरिक और सीखने की क्षमता पर काफी समय तक प्रभाव रहेगा.
आपको बता दें, देश के कुछ राज्यों में स्कूलों को खोल दिया गया है तो वहीं इस वक्त कई राज्यों में अभी भी ताला लगा हुआ है. ऐसे में स्वामीनाथ ने अपने ट्विटर हैंडल के जरिए कहा कि, स्कूलों के बंद होने के चलते बच्चों के मानसिक, शारीरिक और सीखने की क्षमता पर लंबे समय तक प्रभाव रहेगा. उन्होंने आगे कहा कि, इस वक्त सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और व्यस्कों के वैक्सीनेशन के साथ स्कूलों को खोलना प्राथमिकता होनी चाहिए.
बच्चों के लिए टीकाकण अभियान जल्द शुरू होगा- मनसुख मंडाविया
सूत्रों के मुताबिक, केंद्र सरकार भी स्कूलों को दोबारा खोले जाने पर विचार कर रही है. देश के शिक्षकों के वैक्सीनेशन प्रक्रिया पर काफी बातचीत होते दिख रही है. निती आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने कहा कि देशभर के निजी अस्पतालों में उनका मुफ्त टीकाकरण हो. साथ ही बीते महीने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने भी कहा था कि बच्चों के लिए टीकाकण अभियान को जल्द शुरू किया जाएगा.
डेल्टा वेरिएंट ने बढ़ाई चिंता
आपको बता दें, देश में कोरोना के हालात अभी भी चिंताजनक बने हुए हैं. दूसरी लहर में धीमी भले ही दिखी हो लेकिन मामले अब भी रोजाना तौर पर दिख रहे हैं. ये मामले 30 हजार से अधिक हर दिन आ रहे हैं. इसके अलावा डेल्टा वेरिएंट ने भी तनाव बढ़ा दिया है. वहीं, डॉक्टर और विशेषज्ञों के मुताबिक तीसरी लहर के दस्तक देने में अब ज्यादा समय बाकी नहीं रहा है.
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