बीजेपी के साथ क्यों टूटा AIADMK का गठबंधन? तमिलनाडु के पूर्व मंत्री ने बताई वजह
AIADMK-BJP Break-Up: एआईएडीएमके ने हाल में बीजेपी के साथ गठबंधन खत्म करने की घोषणा की थी. पार्टी ने अपनी एक बैठक में इस बाबत एक प्रस्ताव पारित किया था. अब उसके एक पूर्व मंत्री ने वजह बताई है.
AIADMK On BJP Over Alliance: एआईएडीएमके ने 25 सितंबर को बीजेपी के साथ गठबंधन खत्म करने का ऐलान करते हुए खुद को एनडीए से अलग कर लिया. पार्टी पिछले चार साल बीजेपी के साथ गठबंधन में थी. अब एआईएडीएमके के एक पूर्व मंत्री ने गठबंधन टूटने की वजह बताई है.
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, तमिलनाडु के इरोड में एआईएडीएमके के पूर्व मंत्री केसी करुप्पनन ने कहा, ''एआईएडीएमके ने बीजेपी के साथ गठबंधन तोड़ा क्योंकि वे (BJP) 2026 के विधानसभा चुनाव के लिए तमिनाडु में बीजेपी के नेता के अन्नामलाई को मुख्यमंत्री के उम्मीदवार के रूप में स्वीकार करने पर जोर दे रहे थे.''
केसी करुप्पनन ने तमिलनाडु के बीजेपी अध्यक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, ''के अन्नामलाई ने दिवंगत सीएम जयललिता की आलोचना की. हम अपनी पार्टी के संस्थागत नेताओं की आलोचना को कैसे बर्दाश्त कर सकते हैं, इसलिए एआईएडीएमके ने घोषणा की कि बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) से हट रहे हैं. हम इस फैसले पर अडिग हैं.''
Erode, Tamil Nadu: AIADMK Former Minister KC Karuppannan said, "The AIADMK broke the alliance with BJP because they (BJP) were insisting on accepting Tamil Nadu BJP leader K Annamalai as the chief ministerial candidate in the 2026 assembly elections. K Annamalai criticised the… pic.twitter.com/KVPuTCkwLK
— ANI (@ANI) September 30, 2023
एआईएडीएमके कार्यकर्ताओं ने पटाखे फोड़कर मनाई थी खुशी
25 सितंबर को ही एआईएडीएमके प्रमुख ईके पलामीस्वामी की अध्यक्षता में चेन्नई स्थित पार्टी मुख्यालय में एक उच्च स्तरीय बैठक हुई थी, जिसमें पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और पदाधिकारियों ने गठबंधन के मुद्दे पर विचार-विमर्श को अंतिम रूप दिया और बीजेपी से अलग होने का प्रस्ताव पारित किया. एआईएडीएमके के कार्यकर्ताओं ने बीजेपी से अलग होने की खुशी भी मनाई थी और पार्टी मुख्यालय के बाहर पटाखे फोड़े थे.
गठबंधन टूटने की घोषणा के बाद पूर्व मंत्री और एआईएडीएमके के वरिष्ठ नेता केपी मुनुसामी ने पत्रकारों से कहा था कि 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए उनकी पार्टी एक अलग मोर्चे का नेतृत्व करेगी. उन्होंने कहा था कि पार्टी ने प्रस्ताव अपनाया है कि वो समान विचारधारा वाले दलों के गठबंधन का नेतृत्व करेगी.