नई दिल्ली: मुंबई में वीएचपी की धर्मसभा में आरएसएस के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने राम मंदिर निर्माण पर बड़ा बयान दिया है. होसबोले ने तल्ख लहजे में मोदी सरकार से कानून लाने की मांग की है. होसबोले ने राम मंदिर के बहाने सरदार पटेल की मूर्ति स्टेच्यू ऑफ यूनिटी पर भी निशाना साधा है.


दत्तात्रेय होसबाले ने कहा, ''उच्चतम न्यायालय ने एक अलग पीठ का गठन किया है जो अयोध्या भूमि मालिकाना हक मामले की सुनवाई कर रही है, लेकिन इस लंबित मुद्दे पर अब तक कोई फैसला नहीं किया गया है.''


होसबाले ने सवाल किया, ‘‘अगर (गुजरात में) नर्मदा नदी के तट पर सरदार पटेल की प्रतिमा बन सकती है तो भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए कोई कानून पारित क्यों नहीं हो सकता?’’


अयोध्या जमीन विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में जनवरी पर सुनवाई होनी है लेकिन उससे पहले ही राम मंदिर पर माहौल गर्म है. आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी मंदिर के लिए कानून लाने की बात कह चुके हैं.


साधु संतों ने अयोध्या कूच करने का एलान
2019 के चुनाव से पहले मोदी सरकार को राम मंदिर के मुद्दे पर सहयोगी संगठनों के साथ साथ संत समाज से भी बड़ी चुनौती मिल रही है. इलाहाबाद में अखाड़ा परिषद के साधु संतों ने अयोध्या कूच करने का एलान कर दिया है. कल और परसों होने वाले इस मार्च में भारी संख्या में नागा साधु भी शामिल होंगे.


हालांकि साधु समाज ने साफ किया है कि अयोध्या प्रशासन की अनुमति के बाद ही कार्यक्रम किया जाएगा. वहीं अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए विश्व वेदांत संस्थान ने यज्ञ भी शुरू कर दिया है. दावा किया गया है यज्ञ से मंदिर निर्माण का कार्य जल्द हो जाएगा.