नई दिल्ली: मध्यप्रदेश के राजगढ़ की डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा इन दिनों सुर्खियों में बनी हुई हैं. रविवार को राजगढ़ में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के समर्थन पर बीजेपी द्वारा निकाली गई तिरंगा यात्रा में प्रदर्शनकारियों से हुए विवाद के बाद प्रिया चर्चाओं में आई हैं. आइए आपको बताते हैं कि प्रिया वर्मा कौन हैं.


कौन हैं प्रिया वर्मा?
प्रिया वर्मा इंदौर के पास के एक गांव मांगलिया की रहने वाली हैं. प्रिया 2014 में मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास कर भैरवगढ़ जेल उज्जैन की जेलर बनीं. जहां उन्होंने करीब छह महीने काम किया. उसके बाद 2015 में वह डीएसपी बन गईं. उस वक्त प्रिया की उम्र महज 21 साल थी. प्रिया यहीं नहीं रुकीं उन्होंने आगे और जमकर मेहनत की.

उनकी इसी मेहनत की बदौलत उनका नाम डिप्टी कलेक्टर वैटिंग में आ गया और 2017 की परीक्षा में प्रदेश में चौथी रैंक हासिल कर डिप्टी कलेक्टर बन गईं. प्रिया की बचपन की सहेली प्रियंका मिमरोट भी डिप्टी कलेक्टर के लिए सलेक्ट हुईं. फिलहाल प्रिया मध्य प्रदेश के राजगढ़ में कलेक्टर निधि निवेदिता के अधिनस्थ बतौर डिप्टी कलेक्टर काम कर रही हैं.

क्या है पूरा मामला?
दरअसल राजगढ़ में धारा 144 लगी होने के बावजूद बीजेपी कार्यकर्ताओं ने नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में रैली निकाली. इस रैली के दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हो गई. इस दरमियान डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा ने एक कार्यकर्ता के थप्पड़ जड़ दिया. जिसके बाद मामला और बढ़ गया. भीड़ में से ही किसी ने प्रदर्शनकारी डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा के बाल खींच दिए.

इस मामले में दो लोगों पर केस दर्ज किया गया है. जिन दो लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है, उनके से एक नामजद है और एक अज्ञात है. इसके अलावा धारा 144 के उल्लंघन पर भी करीब 150 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है, जिसमें से 12 नामजद हैं. बिना परमिशन रैली निकालने वाले बीजेपी कार्यकर्ताओं का आरोप है कि राजगढ़ की कलेक्टर निधि निवेदिता और डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा ने थप्पड़ मारे.




प्रिया ने बताया, "हमने दो लोगों पर प्राथिमिकी भी दर्ज कराई है. इन दोनों ने मेरे साथ बदतमीजी की थी. उनकी पहचान कर ली गई है. एक का नाम भूपेन्द्र सिंह है. उसने मुझे लात मारी थी. वहीं, दूसरे व्यक्ति ने मेरे बाल खींचे थे. उसका फोटो आ गया है लेकिन अब तक मिल नहीं पाया है." उन्होंने कहा कि ब्यावरा में स्थिति अब शांतिपूर्ण है.

हंगामे का वीडियो वायरल
इस रैली में हुए हंगामे के कई वीडियो भी सामने आए हैं. जिनके मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने अधिकारियों से बदसलूकी की और डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा के बाल खींचने के साथ-साथ उसके कमर में लात मारी. डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा ने बताया कि हमने कोई हाथापाई नहीं की है. हम लोग हमारी ड्यूटी कर रहे थे. जिले में धारा 144 लगी है. उसका उल्लंघन न हो और जिले में शांति व्यवस्था बनी रहे, इसके लिए हम कोशिश कर रहे थे.

इस वीडियो के बाद से ही प्रिया वर्मा सोशल मीडिया पर छाई हुई हैं. कई लोग उनका समर्थन कर रहे हैं तो कई लोग उनके इस कदम की कड़ी आलोचना कर रहे हैं. वहीं इस मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने भी ट्वीट किया और उन्होंने डिप्टी कलेक्टर समेत सरकार पर जमकर निशाना साधा.

ये भी पढ़ें
राजगढ़ विवाद: डिप्टी कलेक्टर प्रिया के साथ अभद्रता करने के मामले में 2 पर केस दर्ज, रैली में खिंची थी चोटी

परीक्षा में तनाव से बचने के नुस्खे बताएंगे प्रधानमंत्री मोदी, कुछ ही घंटों का इंतजार बाकी