Corona Vaccination: देश में कोरोना संक्रमण के मामलें एक बार फिर बढ़ रहे हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार कल कोरोना के 7 हजार से ज्यादा मामले सामने आ गए थे. हांलाकि इसमें चिंता का विषय ये है कि कोरोना से संक्रमित लोगों में वैक्सीनेटेड लोग भी शामिल हैं. वैक्सीन लगवाने के बाद भी वायरस का शिकार हो जाना एक बार फिर लोगों के बीच में डर का माहौल बना रहा है. वहीं हाल ही में एक अध्य्यन में एक बड़ा खुलासा किया गया है.
अमेरिका की ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी में पशु चिकित्सा बायोसाइंसेज विभाग में एक वायरोलॉजी प्रोफेसर शान-लू लिउ के नेतृत्व में किए गए एक स्टडी में दावा किया गया है कि कोविड संक्रमण के दौरान यह वायरस शरीर में मौजूद प्रतिरक्षा प्रणाली से छिपते हुए हमला करता है. इस प्रोसेस के दौरान वायरस शरीर की एक कोशिका से दूसरे कोशिका में फैलता रहात है.
स्टडी में कहा गया कि वायरस वैक्सीन के बाद भी शरीर को संक्रमित कर पाता है इसका सबसे बड़ा कारण एक कोशिका से दूसरी कोशिका में फैलना है. दरअसल कोशिका में वायरस को रोकने के लिए कोई प्रतिरक्षा प्रणाली नहीं होती. जर्नल प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज में प्रकाशित स्टडी में कहा गया है कि टारगेट सेल एक डोनर सेल बन जाता है और इस तरह बॉडी में कोरोना बिना किसी रोक-टोक के फैलता रहता है.
सेल-टू-सेल ट्रांसमिशन से फैल रहा कोरोना
रिसर्चर्स का मानना है कि कोविड-19 का सेल-टू-सेल ट्रांसमिशन टीकों या पिछले संक्रमण के कारण शरीर में बने एंटीबॉडी को रोकने के प्रति संवेदनशील नहीं होता. लिउ ने कहा, सेल-टू-सेल ट्रांसमिशन एक ऐसी समस्या है जिसे हमें ध्यान देना चाहिए क्योंकि वैक्सीन के बाद भी कोरोना का फैलना जारी है.