RRB-NTPC: रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) की नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी (NTPC) परीक्षा के रिजल्ट को लेकर छात्रों का विरोध उत्तर प्रदेश समेत बिहार में उग्र होने लगा है. आज छात्रों ने बिहार बंद का एलान किया है. छात्रों का गुस्सा इस कदर देखा गया कि बीते मंगलवार को उन्होंने बिहार में एक ट्रेन में आग लगा दी थी. छात्रों का आरोप है कि, परीक्षा में बरती गई अनियमितताओं को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत रेलवे के कई बड़े अफसरों को शिकायत पत्र भेजा गया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई जिस कारण उन्हें सड़क पर उतरना पड़ा.
आइये समझते हैं क्या है पूरा मामला
एनटीपीसी सीबीटी-1 की परीक्षा के रिजल्ट में धांधली का आरोप लगाकर उत्तर प्रदेश समेत बिहार में छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्रों का प्रदर्शन 24 जनवरी से शुरू हुआ है. बीते दिनों ये प्रदर्शन काफी उग्र होते दिखा है. कही ट्रेन जलायी गई तो कही रेलवे ट्रैक पर बैठकर जमकर प्रदर्शन किया गया. वहीं, इस बीच रेलवे की ओर से चेतावनी भी जारी कर दी गई थी. रेल मंत्रालय ने नोटिस जारी कर साफ कहा कि हंगामा करने वाले छात्रों को रेलवे के किसी पद पर जिंदगी भर नौकरी नहीं दी जाएगी. मंत्रालय द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है, "ऐसी जानकारी मिली है कि रेलवे में नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों द्वारा रेलवे ट्रैक पर विरोध प्रदर्शन, ट्रेन संचालन में बाधा, रेलवे संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने जैसा काम किया गया है."
25 जनवरी को प्रदर्शन के दूसरे दिन छात्रों ने बिहार के आरा-सासाराम पैसेंजर ट्रेन की कई बोगियों की खिड़कियों को तोड़ा और फिर बोगियों में आग लगा दी. इस दौरान छात्रों का झुंड पूरी तरह बेकाबू हो गया और उन्होंने स्टेशन परिसर में जमकर बवाल काटा. ऐसे में छात्रों का हुड़दंग देखकर रेल कर्मियों ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई. छात्रों के विरोध प्रदर्शन के कई वीडियो सामने आए जिनमें प्रदर्शनकारी और पुलिस आमने सामने दिखाई पड़े. जबकि कई जगहों पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर जमकर लाठी भी भांजी. जिसके बाद विपक्ष मामले में एकजुट होकर छात्रों के समर्थन में उतरा साथ ही केंद्र पर जमकर हमला बोला.
राहुल, प्रियंका, अखिलेश ने छात्रों का किया समर्थन
राहुल गांधी ने एक वीडियो ट्वीट किया, जिसमें प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे हैं और वाटर कैनन से पानी की बौछार कर उन्हें तितर बितर करने का प्रयास किया जा रहा है. इस वीडियो को शेयर करते हुए राहुल गांधी ने लिखा, "अपने हक का रोज़गार मांगने के लिए डबल-इंजन सरकार ने किया डबल अत्याचार. मेरा भारत ऐसा नहीं था!"
प्रियंका गांधी ने भी एक वीडियो साझा किया है, जिसमें पुलिसवाले छात्रों पर बल प्रयोग करते नज़र आ रहे हैं. वीडियो के साथ प्रियंका गांधी ने लिखा, "गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर अपने हक की बात कह रहे छात्र-छात्राओं के साथ डबल इंजन सरकार की पुलिस का व्यवहार देखिए. युवाओं के दमन के खिलाफ देश भर में इंकलाब होगा और बीजेपी का अहंकार चूर-चूर होगा. युवा रोजगार का हक लेकर रहेंगे."
अखिलेश यादव ने क्या कहा?
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, ‘’इलाहाबाद में अपने रोज़गार के लिए हक़ की आवाज़ बुलंद करने वाले बेगुनाह छात्रों पर पुलिस द्वारा हिंसक प्रहार शर्मनाक एवं घोर निंदनीय है. भाजपा सरकार में छात्रों के साथ जो दुर्व्यवहार हुआ है, वो बीजेपी के ऐतिहासिक पतन का कारण बनेगा. सपा संघर्षशील छात्रों के साथ है!’’
खान सर पर लगे आरोप
वहीं इस सब के बाद, छात्रों को भड़काने के आरोप में खान सर के खिलाफ बुधवार को एफआईआर दर्ज किया गया. पटना के पत्रकार नगर थाना की पुलिस ने हिरासत में लिए गए छात्रों के बयान के आधार पर खान सर समेत एसके झा सर, नवीन सर, अमरनाथ सर, गगन प्रताप सर, गोपाल वर्मा सर पर हिंसा भड़काने और साजिश करने के आरोप के तहत मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस की मानें तो प्रदर्शन के दौरान हिरासत में लिए गए किशन कुमार, रोहित कुमार, राजन कुमार और विक्रम कुमार ने इस बात को कबूल किया है कि खान सर समेत अन्य ने छात्रों को ऐसा करने के लिए प्रेरित किया था.
खान सर ने दी सफाई
खान सर की गिरफ्तारी की खबर के बाद उन्होंने खुद पर मुकदमा होने से पहले खुद को बेगुनाह बताया था. उन्होंने आरोप लगाया कि आरआरबी की वजह से घटनाएं हुईं है. उन्होंने कहा था कि सबसे बड़ी समस्या यह आई कि 24 जनवरी को जब राजेंद्र नगर टर्मिनल पर 500 के करीब एनटीपीसी के छात्र हंगामा कर रहे थे, तभी आरआरबी ने ग्रुप डी वालों के लिए तीन बजे ऑफिशियल नोटिफिकेशन जारी कर दिया. एनटीपीसी के छात्र सोच रहे थे कि कुछ अच्छी सूचना मिलेगी. लेकिन आरआरबी की नोटिफिकेशन ने आग में घी डालने का काम किया. बोर्ड का नोटिफिकेशन ग्रुप डी वालों के लिए था. नोटिफिकेशन में बताया गया था कि ग्रुप-डी के अभ्यर्थियों का अब मेंस एग्जाम लिया जाएगा.
इस बात से नाराज हैं छात्र
13 पदों के लिए आयोजित परीक्षा में बोर्ड द्वारा कई पदों के लिए एक ही उम्मीदवार का चयन किया गया है, जिसके कारण कई छात्र सलेक्शन से वंचित हो गए हैं. आक्रोशित छात्रों का कहना है कि रिजल्ट में जब तक सुधार नहीं होगा उनका प्रदर्शन जारी रहेगा. आक्रोशित छात्र रेल मंत्री को बुलाने की मांग कर रहे हैं. इसी मांग को लेकर अभ्यर्थियों आंदोलन कर रहे हैं. सोमवार को पटना के राजेंद्र नगर टर्मिनल पर बवाल काटने के बाद अभ्यर्थियों ने मंगलवार को रेलवे के सर्विस इंजन को आग के हवाले कर दिया, जिसके बाद मंत्रालय ने कड़ी चेतावनी दी है.