एक तरफ अदावत, दूसरी तरफ निजी दुश्मनी, जानिए क्यों हुई सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या
Sukhdev Singh Gogamedi: 2017 में राजस्थान के कुख्यात डॉन आनंदपाल की मौत के विरोध में एक बड़ा धरना प्रदर्शन हुआ था. सुखदेव सिंह गोगामेड़ी इस धरने को बीच में छोड़ चले गए थे.
Sukhdev Singh Gogamedi Murder: राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हाल ही में हत्या कर दी गई. लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने गोगामेड़ी की हत्या की जिम्मेदारी ली थी. इस मामले में अब नया खुलासा हुआ है. जानकारी के अनुसार, गोगामेड़ी 2017 से ही गैंगस्टर रोहित गोदारा के निशाने पर थे.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक 2017 में राजस्थान के कुख्यात डॉन आनंदपाल की मौत के विरोध में एक बड़ा धरना प्रदर्शन हुआ था. इस धरने में गोगामेड़ी ने भी हिस्सा लिया था, लेकिन वह धरने को बीच को बीच में छोड़ कर ही चले गए थे. उनकी यह बात रोहित गोदारा पसंद नहीं आई और इसी के चलते रोहित गोगामेड़ी को मरवाना चाहता था.
पुलिस ने बताया कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या का आरोपी शूटर नितिन फौजी पहले ही जयपुर में मौजूद था. उसके पास एक कुरियर बॉय ने हथियार पहुंचाए थे. इसके बाद कपड़ा व्यापारी नवीन शेखावत नितिन फौजी और एक अन्य शूटर रोहित राठौर गोगामेड़ी के घर ले गया.
रोहित राठौर की भी सुखदेव सिंह से दुश्मनी
गौरतलब है कि शूटर रोहित राठौर की भी सुखदेव सिंह गोगामेड़ी से निजी दुश्मनी थी. क्योंकि रोहित राठौर की गर्ल फ्रेंड ने उस पर रेप का केस दर्ज करवाया था और जब वह जेल गया तो उसकी गर्ल फ्रेंड की पैरवी सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने की थी.
जेल में ही रोहित राठौर की मुलाकात रोहित गोदारा के राइट हैंड वीरेंद्र चारण से हुई थी.वहीं, नितिन फौजी की जान पहचान लॉरेंस बिश्नोई के करीबी दोस्त और कुख्यात गैंगस्टर संपत नेहरा से थी.
सुलह करवाना चाहता था नवीन शेखावत
नवीन शेखावत को पता था कि सुखदेव रोहित गोदारा के निशाने पर है. वह चाहता था कि यह मामले बातचीत से हल हो जाए. यह ही वजह है कि जब सुखदेव सिंह और शूटर्स आमने सामने थे तो शेखावत बीच बचाव करने की कोशिश कर रहा था, लेकिन शूटर ने उसकी एक न सुनी और उसे भी गोली मार दी.
हत्या को अंजाम देने के बाद फोन तोड़े
सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या से पहले और बाद में गैंगस्टर रोहित गोदारा और वीरेंद्र चारण लगातार फोन पर एक दूसरे के संपर्क में थे तो दूसरी वह गैंगस्टर गोल्डी बराड़ को भी घटना की जानकारी दे रहा था. शूटर्स ने पुलिस को बताया है कि उन्होंने हत्या को अंजाम देने के बाद फोन तोड़ दिए थे, जबकि हथियारों को डीडवाना टोल के पास फेंक दिया था.
सीसीटीवी में कैद हुई थी घटना
बता दें कि हत्या से पहले दोनों आरोपी गोगामेड़ी से मिलने पहुंचे थे. उन्होंने तकरीबन 10 मिनट तक गोगामेड़ी से बातें की और फिर उनपर गोली चला दी. यह पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई थी. इस घटना में गोगामेड़ी के साथ ही कपड़ा व्यापारी नवीन शेखावत की भी हत्या कर दी गई.
आरोपी नवीन के साथ ही गोगामेड़ी से मिलने गए थे. फिलहाल पुलिस ने दोनों शूटर्स को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने उन्हें चंडीगढ़ के सेक्टर 22 A के होटल से अरेस्ट किया है.
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