नई दिल्ली: राजधानी में ऑक्सीजन की किल्लत के मुद्दे पर आज दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई हुई. इस दौरान हाईकोर्ट ने मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में ऑक्सीजन की ज्यादा मात्रा का भी जिक्र किया है. हाईकोर्ट ने केंद्र से पूछा, 'मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र को मांग से ज्यादा ऑक्सीजन क्यों मिल रही है जबकि दिल्ली ने जितनी मांगी है उससे कम ऑक्सीजन मिल रही है.'
सुनवाई के दौरान दिल्ली सरकार ने केंद्र को जमकर घेरा. केंद्र पर ऑक्सीजन सप्लाई न करने का आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार केवल आदेश ही जारी कर रही है. दिल्ली सरकार की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता राहुल मेहरा ने हाईकोर्ट से कहा, "हम (दिल्ली सरकार) को इस समय डॉक पर रखा गया है जब केंद्र बुरी तरह से फेल हो चुका है. केंद्र की कुछ जिम्मेदारी तय की जानी चाहिए. केंद्र अपने काम में पूरी तरह असफल हुआ है. केंद्र की तरफ से केवल आदेश जारी किए जा रहे हैं. हमें दिल्ली के नागरिक के प्रति पूरी तरह से सहानुभूति है.
ऑक्सीजन किल्लत पर हाईकोर्ट ने कहा, "हमारा पास लोगों की कई कॉल आ रही हैं, यहां तक कि आप (सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता) से भी लोग कॉल करके बेड के लिए अनुरोध कर रहे हैं. दिल्ली में लोग पीड़ित हैं और कई लोग ऑक्सीजन की कमी के कारण जान गंवा चुके हैं, केंद्र से इन समस्याओं का समाधान निकालें."
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