71वीं मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में अमेरिका की आर'बॉनी गेब्रियल ने इस साल मिस यूनिवर्स का खिताब जीत लिया है. उन्होंने अंतिम राउंड में वेनेजुएला और डोमिनिक रिपब्लिक की प्रतिभागी को हराकर ये ताज अपने नाम किया. इस प्रतियोगिता में अलग-अलग देशों की प्रतिभागी अपने देश की संस्कृति का प्रतिनिधित्व करती हैं.


इस बार के कॉस्ट्यूम राउंड के दौरान एक तरफ जहां भारत का प्रतिनिधित्व कर्नाटक की मॉडल दिविता राय ने  "सोने की चिड़िया" के अवतार में किया. तो वहीं नेपाल की प्रतिभागी ने अपने देश के संस्कृति को दर्शाने के लिए जो रूप चुना था उसकी दुनियाभर में चर्चा हो रही है. 


दरअसल नेपाल का प्रतिनिधित्व कर रहीं मॉडल सोफिया भुजेल कॉस्ट्यूम राउंड के दौरान स्टेज पर माता काली के अवतार में नजर आई. उनके इस अवतार से वहां मौजूद सभी लोग मंत्रमुग्ध हो गए और तालियों की गड़गड़ाहट से उनका प्रोत्साहन किया. 




नेपाल को परंपराओं और देवी पूजा की भूमि के रूप में जाना जाता है. ऐसे में मिस यूनिवर्स के मंच पर सोफिया ने न सिर्फ अपने देश का प्रतिनिधित्व किया, बल्कि अपने देश की संस्कृति से दुनिया को वाकिफ भी करवाया. एक देवी के रूप में मंच पर चलने के बाद से उनका यह लुक इंटरनेट पर जमकर वायरल हो रहा है और अलग-अलग देशों से लोग उनके इस लुक की तारीफ भी कर रहे हैं. 


सोफिया भुजेल ने भी अपने इस अवतार की तस्वीर को सोशल मीडिया पर साझा किया है. तस्वीर पर उन्होंने कैप्शन दिया, “शक्ति, द डिवाइन फेमिनिन”. उनकी इस तस्वीर में देखा जा सकता है कि सोफिया ने सोने के आभूषणों से सजी लाल रंग की साड़ी पहनी हुई है. इसके अलावा उनके हाथों में एक सोने के रंग का त्रिशूल (त्रिशूल) भी है और उसके माथे पर तीसरी आंख भी बनी हुई है. 


 






कौन है नेपाल का प्रतिनिधित्व कर रहीं सोफिया भुजेल 


सोफिया भुजेल को 25 अगस्त, 2022 को मिस यूनिवर्स नेपाल 2022 का ताज पहनाया गया था. उनका जन्म और पालन-पोषण नेपाल के काठमांडू में हुआ. उन्होंने काठमांडू से ही बिजनेस मैनेजमेंट में स्नातक तक की पढ़ाई है. मिस यूनिवर्स में नेपाल का प्रतिनिधित्व करने से पहले उन्होंने 17 मार्च, 2022 को, मिस इको इंटरनेशनल 2022 में नेपाल को प्रजेंट किया था. 


'सोने की चिड़िया' बनकर भारत को किया रिप्रेजेंट


वहीं मिस यूनिवर्स के 71वें एडिशन में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहीं दिविता राय नेशनल कॉस्ट्यूम राउंड के लिए 'सोने की चिड़िया' बनकर मंच पर आईं. इस इवेंट के लिए उनका आउटफिट अभिषेक शर्मा ने डिजाइन किया था. डिजाइनर अभिषेक शर्मा के मुताबिक, "नेशनल कॉस्ट्यूम भारत के सोने की चिड़िया के रूप में ईथरियल पोटरेयल से इंस्पायर है जो डायवर्सिटी के साथ सद्भाव में रहने के आध्यात्मिक सार के साथ-साथ हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की संपत्ति का प्रतीक है."




इस साल किसे मिला ताज 


इस साल मिस यूनिवर्स का खिताब अमेरिका की आर'बॉनी गेब्रियल ने जीत लिया है. यह 71वीं मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता था जिसमें लगभग 90  प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था. 


हालांकि इनमें से केवल तीन प्रतिभागी ही प्रतियोगिता के अंतिम स्टेज तक पहुंच पाईं. इनमें अमेरिका के अलावा वेनेज़ुएला की अमेंडा दूदामेल और डोमिनिक रिपब्लिक की एंड्रिना मार्टिनेज़ शामिल हैं.




क्या सवाल पूछा गया


प्रतियोगिता के अंतिम चरण में तीनों प्रतिभागियों से एक ही सवाल पूछा गया था. ये सवाल था, 'अगर आप मिस यूनिवर्स बनती हैं तो आप इसे एक सशक्त और प्रगतिशील संस्थान दिखाने के लिए कैसे काम करेंगी?'


इस सवाल के जवाब में खिताब जीतने वाली प्रतिभागी गेब्रियल ने कहा, 'मैं खिताब का इस्तेमाल एक परिवर्तनकारी नेता के रूप में करूंगी. 13 सालों से एक जुनूनी डिजाइनर के तौर पर, मैं फैशन को अच्छे कामों के लिए इस्तेमाल करती हूं. मैं रीसायकल मटेरियल से कपड़े बनाती हूं ताकि प्रदूषण कम किया जा सके. मैं महिलाओं को सिलाई का प्रशिक्षण देती हूं जिससे वो मानव तस्करी और घरेलू हिंसा से बच सकें.'


उन्होंने आगे कहा, 'मैं ऐसा इसलिए बता रही हूं ताकि कुछ अलग करने के लिए दूसरे को, समुदाय को अपना कुछ देना और अपने कौशल का इस्तेमाल करना महत्वपूर्ण है. हम सभी में कुछ खास है और जब हम ये बीज दूसरों में बोते हैं तो हम उन्हें भी बदल देते हैं और इसे हम बदलाव के ज़रिए ही इस्तेमाल करते है.''


बीते साल भारत को मिला था ताज


इस बार इस खिताब को अपने नाम करने वाली आर'बॉनी गेब्रियल को पिछली मिस यूनिवर्स हरनाज़ संधू ने ताज पहनाया. इससे पहले यानी साल 2021 में पिछली बार ये ताज की हरनाज़ संधू भारत लेकर आई थीं. पिछले साल यह खिताब पूरे 21 सालों के बाद भारत की झोली में आया था. इससे पहले साल 2000 में लारा दत्ता मिस यूनिवर्स बनी थीं और उसी साल हरनाज़ संधू का जन्म भी हुआ था.




मिस यूनिवर्स बनने पर मिलते हैं ये फायदे


मिस यूनिवर्स का खिताब जीतने के बाद प्रतिभागी को ताज पहनाया जाता है. अब वह चाहें तो इस ताज को लौटा भी सकती हैं और रख भी सकती हैं. यह एग्रीमेंट के ऊपर निर्भर करता है हालांकि ज्यादातर मिस यूनिवर्स ताज रखना ही पसंद करती हैं. मिस यूनिवर्स बनने के बाद पूरी दुनिया से तो विजेता को प्यार और पहचान मिलता ही है लेकिन इन सब के बाद भी उन्हें कई तरह के फायदे होते हैं. आईये जानते हैं 


स्कॉलरशिप- मिस यूनिवर्स को न्यूयॉर्क फिल्म एकेडमी की तरफ से विजुअल परफॉर्मिंग आर्ट में स्कॉलरशिप दी जाती है. इसके साथ ही उनका एक मॉडलिंग पोर्टफोलियो तैयार किया जाता है.


सैलरी- रिपोर्ट्स के मुताबिक मिस यूनिवर्स को एक साल के लिए सैलरी भी दी जाती है. ये सैलरी डॉलर में दी जाती है. उन्हें एनुअल सैलरी के रूप में लगभग 250,000 डॉलर मिलते हैं.


स्पेशल अलाउंस- मिस यूनिवर्स बनने के बाद दुनियाभर में सोशल वर्क के लिए जाना पड़ता है. इसके लिए मिस यूनिवर्स ऑर्गेनाइजेशन के स्पॉन्सर्स ट्रेवल अलाउंस देते हैं. 


न्यूयॉर्क में घर- मिस यूनिवर्स को न्यूयॉर्क में साल भर रहने के लिए एक अपार्टमेंट भी दिया जाता है.इस दौरान खाने-पीने से लेकर ट्रैवलिंग तक किसी भी चीज का खर्च मिस यूनिवर्स को नहीं करना पड़ता. 


मिस यूनिवर्स क्या है?


मिस यूनिवर्स का मतलब है ब्रह्मांड सुंदरी, मिस यूनिवर्स संगठन द्वारा ये प्रतियोगिता हर साल अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर आयोजित की जाती है. इसकी स्थापना साल 1952 में एक कपड़े की कंपनी पेसिफिक मिल्‍स ने कैलिफोर्निया, यूनाइटेड स्‍टेट्स में की थी.