नई दिल्ली: सीबीआई में मची आंतरिक कलह के बीच सीबीआई में ड़े स्तर पर तबादलों का सिलसिला शुरू हो गया है. सीबीआई में आज करीब एक दर्जन बड़े अधिकारियों का ट्रांफर हुआ है. इनमें वो अधिकारी भी शामिल हैं, जो छुट्टी पर भेजे गए स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना पर लगे आरोपों की जांच कर रहे थे. इस बीच बड़ा सवाल है कि आखिर इस टीम से सभी अधिकारियों का ट्रांसफर क्यों हुआ?


अधिकारियों का ट्रांसफर क्यों?
दरअसल आलोक वर्मा ने राकेश अस्थाना पर कारोबारी मोईन कुरैशी से दो करोड़ रुपये रिश्वत लेने के आरोप लगाए हैं. इससे पहले राकेश अस्थाना भी पीएमओ और सीवीसी को चिट्ठी लिखकर आलोक वर्मा और कुछ अधिकारियों पर घूस लेने के आरोप लगा चुके हैं. इस पूरे मामले को देखते हुए फैसला किया गया है कि अस्थाना मामले की जांच कर रहे सभी अधिकारियों का ट्रांसफर कर एक नई जांच टीम बनाई गई है. सरकार चाहती है कि जिन अधिकारियों पर आरोप लगे हैं वो जांच से दूर रहें.


किन अधिकारियों का हुआ तबादला?
सीबीआई ने डीआईजी आशीष कुमार सिन्हा, डीआईजी तरुण गॉबा, डीआईजी जसबीर सिंह, डीआईजी आशीष प्रसाद, डीआईजी केआर चौरसिया, एचओबी राम गोपाल और एसपी सतिश डागर का ट्रांसफर कर दिया है. ज्वाइंट डायरेक्टर मनीष सिन्हा और एके शर्मा को भी हटाया गया. डीएसपी एके बस्सी को एसीबी पोर्ट ब्लेयर ट्रांसफर किया गया है और एडिशनल एसपी एसएस गुम को एसीबी जबलपुर बनाकर भेजा गया है. ये दोनों ही अधिकारी राकेश अस्थाना मामले की जांच कर रहे थे.


राकेश अस्थाना मामले की जांच के लिए नई टीम बनी
राकेश अस्थाना मामले की जांच के लिए नई टीम का गठन किया गया है. सीबीआई के एसपी सतीश डागर, डीआईजी अरुण गॉबा और वी मुरुगन शामिल हैं. सूत्रों के मुताबिक नई टीम ने अपना काम शुरू भी कर दिया है.


नाराज आलोक वर्मा पहुंचे सुप्रीम कोर्ट
छुटी पर भेजे जाने से नाराज डायरेक्टर आलोक वर्मा ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. परसों यानी शुक्रवार को आलोक वर्मा मामले पर सुप्रीम में सुनवाई होगी. आलोक वर्मा की ओर से वरिष्ठ वकील गोपाल शंकरनारायण सुप्रीम कोर्ट में दलील रखेंगे.