Swami Prasad Maurya Resigns Cabinet: यूपी में बीजेपी के दलित नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने (Swami Prasad Maurya) कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. स्वामी प्रसाद मौर्य पर आरोप ये लग रहा है कि यूपी चुनाव के लिए उन्होंने पार्टी से अपने बेटे के लिए टिकट मांगा. BJP ने जब बेटे को टिकट देने से इंकार कर दिया तो स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने परिवार की सोची और मंत्री पद से इस्तीफा देने का मन बना लिया. ABP News के साथ खास बातचीत में इस सवाल के जवाब पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, 'खिसयानी बिल्ली खंभा नोचे. यही आरोप मायावती (Mayawati) भी लगाती थी. जबकि ये लोग जबरदस्ती बुलाकर टिकट देते थे.'


स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, 'मैं परिवारवाद को बढ़ावा देने का घोर-घोर विरोधी रहा हूं. और साथ ही साथ यहां बीजेपी ने बिना मांगे बेटे को भी टिकट दिया था. मैं पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं हूं. न मैं पहले बहुजन समाज पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष था. मैं टिकट दिलाने की हैसियत में न था और न हूं. इसलिए मैं न अपने बेटे-बेटी को टिकट दिला सकता हूं और न ही किसी और को. मैं हमेशा उत्तर प्रदेश के दलितों और पिछड़ों की लड़ाई लड़ा हूं.'



मौर्य ने कहा, साल 2016 में मैंने बहुजन समाज पार्टी छोड़ी थी. बीजेपी में आने का निर्णय इसलिए लिया था कि क्योंकि पीएम मोदी ने कहा था कि मुझको नीच इसलिए कहा जाता है क्योंकि मैं पिछड़ा हूं. पिछड़ों की उस भावना से प्रेरित होकर मैंने सोचा था कि बीजेपी नेताओं की नीयत में परिवर्तन आया है. इसलिए बीजेपी में शामिल हो गया था. इसका नतीजा ये हुआ है कि 14 साल बाद यूपी में पूर्ण बहुमत से बीजेपी की सरकार बनी थी. लेकिन फिर इसके बाद प्रदेश में दलितों और पिछड़ों के साथ खिलवाड़ किया गया. 


मौर्य के इस्तीफे के बाद 3 और विधायको ने छोड़ी भाजपा


कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के अपने पद से इस्तीफा देने के बाद तीन और विधायकों ने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया है. मौर्य के इस्तीफे के बाद उनके समर्थन में तीन विधायकों ने भी भारतीय जनता पार्टी से त्यागपत्र दे दिया. सभी ने मौर्या का साथ देने का वादा किया है.


स्वामी प्रसाद के साथ कानपुर में बिल्हौर विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक भगवती सागर, बांदा की तिंदवारी सीट से भाजपा विधायक बृजेश प्रजापति और शाहजहांपुर के तिलहर से बीजेपी विधायक रोशन लाल वर्मा ने पार्टी को अपना त्याग पत्र सौंप दिया है. इन सभी का समाजवादी पार्टीमें जाना तय है.


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