गणित के लिए नहीं मिलता है नोबेल पुरस्कार, ये हैं दिलचस्प कारण
उस दौर में नोबेल को लगता था कि अगर यह पुरस्कार किंग ऑस्कर II को जाता है तो वह इसका फायदा उठाएंगे. ऐसे कई कारण है जिसके कारण आज भी अफवाहों का बाजार गर्म है.
नई दिल्लीः भौतिकी, रसायनशास्त्र, चिकित्सा साहित्य और शांति के लिए नोबेल पुरस्कारों की घोषणा हो चुकी है. ऐसे में एक बार फिर गणित विषय को नोबेल पुरस्कार से बाहर रखा गया. डायनामाइट के आविष्कारक अल्फ्रेड नोबेल के नाम से शुरू हुआ यह पुरस्कार अभी तक किसी गणितज्ञ को नहीं मिला है. गणित में नोबेल पुरस्कार न देने को लेकर उनका अपना विचार था. खुद नोबेल भोतिकी और रसायनशास्त्र के लिए काम करते थे. साहित्य में उनकी रूचि थी. चिकित्सा को लेकर भी उनके अपने विचार थे.
मैथ को लेकर नोबेल का मानना था कि यह विषय ज्यादा दिलचस्प नहीं है और इस विषय के जरिए लोगों को ज्यादा लाभ नहीं पहुंचा जा सकता है. गणित के लिए द फिल्ड्स मेडल, द एबल प्राइज और द चरण मेडल अवॉर्ड दिया जाता है. इन तीनों अवार्ड्स को गणित के क्षेत्र में सबसे बड़ा अवॉर्ड माना जाता है.
स्वीडन और नॉर्वे के किंग ऑस्कर II खुद एक गणितज्ञ थे. इसके लिए उन्होंने एग्जिस्टिंग मैथ पुरस्कार की घोषणा की थी. उन्होंने गणित के क्षेत्र के लिए प्रतिष्ठित पुरस्कार की घोषणा की जा चुकी थी. जिसके बाद नोबेल को लगा कि अगर इस विषय पर पुरस्कार शुरू करूं तो यह पुराने का कॉपी माना जाएगा.
अफवाहों का बाजार इसलिए भी गरमाया हुआ था कि अलफ्रेड नोबेल और किंग ऑस्कर II के बीच आपस में मनमुटाव था. उस दौर में नोबेल को लगता था कि अगर यह पुरस्कार किंग ऑस्कर II को जाता है तो वह इसका फायदा उठाएंगे. ऐसे कई कारण है जिसके कारण आज भी अफवाहों का बाजार गर्म है.
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