US Election Result: अमेरिका में डोनाल्ड ट्रम्प की चुनावी जीत का जश्न आंध्र प्रदेश के गांव में भी देखने को मिला. बताया जा रहा है कि उषा वांस जो ट्रम्प के साथी उम्मीदवार जे.डी. वांस की पत्नी हैं उनका आंध्र प्रदेश के वाडलुरु गांव से कनेक्शन है.
वाडलुरु गांव का उषा वांस के पूर्वजों से संबंध है, इसलिए यहां के लोग आशा कर रहे हैं कि उनकी सफलता से गांव में भी बदलाव आएगा. गांव के निवासी श्रीनिवास राजू जो 53 साल के है. उनका कहना है कि "हमें खुशी है कि उषा वांस के पति की चुनावी जीत हुई. हम ट्रम्प का समर्थन करते हैं और उम्मीद करते हैं कि उषा हमारे गांव के लिए कुछ अच्छा करेंगी. गांव के पुजारी अप्पाजी ने भी इस अवसर पर प्रार्थना की और उम्मीद जताई कि उषा वांस अपने जड़ो को पहचानते हुए गांव के विकास में मदद करेंगी.
हर भारतीय को उषा वांस पर गर्व है
उषा वांस के दादा-पिताजी वाडलुरु से अमेरिका गए थे और उषा का पिता, चिलुकुरी राधाकृष्णन, एक उच्च शिक्षित व्यक्ति हैं, जिन्होंने चेन्नई में पढ़ाई की और फिर अमेरिका गए. गांव के रहने वाले 70 साल के वेणकटा रामानय्य कहते हैं "हम सभी भारतीयों को उषा पर गर्व है, क्योंकि वे भारतीय मूल की हैं. हमें उम्मीद है कि वह हमारे गांव का विकास करेंगी." हालांकि उषा ने कभी इस गांव का दौरा नहीं किया है, लेकिन उनके पिता तीन साल पहले यहां आए थे और गांव के मंदिर की स्थिति का जायजा लिया था.
अमेरिकी-भारतीय रिश्ते और भविष्य की उम्मीदें
उषा वांस ने येल और कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में अपनी एजुकेशन पूरी की और 2014 में जे.डी. वांस से विवाह किया. वे एक प्रैक्टिसिंग हिंदू हैं और उनके तीन बच्चे हैं. गांववासियों को ये भी उम्मीद है कि अमेरिकी-भारतीय संबंधों के सशक्त होने के साथ-साथ उनके गांव में भी कुछ सकारात्मक बदलाव आएंगे. रामानय्य का कहना है "हमने ट्रम्प की सरकार देखी थी, जो बहुत अच्छी थी. भारत और अमेरिका के रिश्ते उस दौरान काफी मजबूत हुए थे. हम उम्मीद करते हैं कि उषा वांस इस कड़ी को और आगे बढ़ाएंगी."
कमला हैरिस के गांव में भी मनाया गया जश्न
दूसरी ओर लगभग 730 किलोमीटर दूर तुळसेंद्रपुरम गांव जो कमला हैरिस के दादा-परदादा का घर रहा है, वहां भी जीत का जश्न मनाया गया. यहां के लोग कमला हैरिस को अपनी प्रेरणा मानते हैं और उनकी सफलता को लेकर गर्व महसूस करते हैं. 63 वर्षीय टी.एस. अंबारसु का कहना है कि "कमला हैरिस की संघर्षपूर्ण कहानी ने इस गांव की लड़कियों को स्कूल जाने के लिए प्रेरित किया है. वह हमारे लिए प्रेरणास्त्रोत हैं."