भारतीय पाठकों से विकिपीडिया ने लगाई चंदा देने की गुहार, ये है वजह
विकिपीडिया को अपने कंटेट से समझौता नहीं करने के लिए पाठकों से गुहार लगानी पड़ी है. विकिपीडिया का कहना है कि बाजार के मंडराते खतरे से बचने के लिए बेहतर है कि पाठक चंदा दें.
नई दिल्ली: एक क्लिक के साथ हर तरह की जानकारी मुहैया कराने वाली वेबसाइट विकिपीडिया ने अपने पाठकों से डोनेशन की अपील की है. विकिपीडिया फ्री ऑनलाइन जानकारी मुहैया कराने वाली विश्वसनीय वेबसाइट है. मगर अब इसका बाजार में टिके रहना मुश्किल होता जा रहा है. जिसके चलते बहुभाषी ऑनलाइन इनसाइक्लोपीडिया के नाम से मशहूर संस्था ने भारतीय पाठकों से डोनेशन की अपील की है. संस्था का कहना है बाजारीकरण के दौर में इसका टिके रहना मुश्किल होता जा रहा है.
भारतीय पाठकों से विकिपीडिया ने की अपील
विकिपीडिया पाठकों को ऑनलाइन मुफ्त जानकारी मुहैया कराती है. इसके काम में दुनिया भर के वॉलिंटियर सहयोग करते हैं. व्यावसायिकरण के खतरों से चिंतित विकिपीडिया ने भारतीय पाठकों को संबोधित करते हुए कहा, "हम डोनेशन पर निर्भर हैं मगर 98 फीसद पाठक डोनेट नहीं करते. अगर कोई ये पढ़कर 150 रुपये देता है तो पाठक जितना हफ्ते में कॉफी पर खर्च करता है उतना हमारे लिए पर्याप्त होगा."
अलग-अलग कैटेगरी में चंदा देने की लगाई गुहार
संस्था ने कहा कि जिस वक्त उसने फ्री काम शुरू करने का फैसला किया था तब उस वक्त लोगों ने चेताया था. लेकिन आज अगर हम व्यावसायिक हो जाते हैं तो ये दुनिया के पाठकों के लिए नुकसान का कारण बनेगा. संस्था ने अपने बयान में कहा, "विकिपीडिया की आत्मा लोगों का समूह है. ये लोग अलग-अलग तरीके से विश्वसनीय सूचना मुहैया कराने का काम करते हैं. लिहाजा कृप्या कर हमारी संस्था को आगे बढ़ने में मदद करें." विकिपीडिया ने अपने भारतीय पाठकों से 150 रुपये से लेकर अलग-अलग कैटेगरी में चंदा मांगा है.
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