नई दिल्ली: राज्यसभा चुनाव के समय से ही राजस्थान मे राजनीतिक उठा पटक चल रही थी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तब भी आरोप लगाए थे कि उनकी सरकार गिराने की कोशिश हो रही है. लेकिन अब राजस्थान में एक बार फिर हलचल दिख रही है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रेस कांफ्रेंस करके कहा था कि जिन लोगों को पार्टी ने एमएलए, मंत्री बनाया और सब कुछ दिया अगर वो लोग गद्दारी करेंगे तो प्रदेश की जनता उन्हें कभी माफ़ नहीं करेगी.
सचिन पायलट खेमे के विधायकों को अलग-अलग रखा गया
अब जानकारी मिली है कि 16 कांग्रेस के और 3 निर्दलीय विधायक जो सचिन पायलट के खेमे से हैं इन विधायकों को दिल्ली और गुड़गांव मे अलग-अलग जगह पर रखा गया है. वहीं केसी वेणुगोपाल ने कहा कि बात बहुत आगे तक पहुंच चुकी है अशोक गहलोत ने कांग्रेस आलाकमान को जानकारी दी है कि सचिन पायलट बीजेपी के सम्पर्क में हैं और सरकार गिराने की कोशिश कर रहे हैं.
वेणुगोपाल ने कहा कि अगर सचिन पायलट लिखित आश्वासन देते हैं कि उन्हें कांग्रेस लीडरशीप पर पूरा भरोसा है तो दिल्ली आलाकमान दोनों अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच बैठकर समझौता करवा सकते हैं.
कोई भी अधिकारी मेरी बात नहीं सुनता- पायलट
इससे पहले पिछले हफ़्ते सचिन पायलट ने दिल्ली आलाकमान को यह जानकारी दी थी कि पूरा राजस्थान तो छोड़ दीजिए मेरे अपने क्षेत्र मे कोई भी अधिकारी मेरी बात नहीं सुनता.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि बीजेपी नेता राज्य में उनकी निर्वाचित सरकार को गिराने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन सरकार स्थिर है, स्थिर रहेगी और पांच साल चलेगी. गहलोत ने यह भी कहा कि बीजेपी के स्थानीय नेता अपने केंद्रीय नेतृत्व के इशारे पर राजस्थान में सरकार को अस्थिर करने का षडयंत्र रच रहे हैं.
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