नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि उनकी पार्टी 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए किसी अन्य पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेगी. अखिलेश ने विश्वास जताया कि उन्हें चुनावों में प्रचंड बहुमत मिलेगा. 2017 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ा था.


फतेहपुर में अखिलेश यादव ने कहा, "हमारी पार्टी अपने दम पर विधानसभा चुनाव लड़ेगी. हमारा लक्ष्य 351 सीटें जीतने का होगा. हम किसी अन्य राजनीतिक दल के साथ गठबंधन नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि समाज के हर वर्ग से जुड़े लोगों पर हमारी पार्टी ने हमेशा ध्यान केंद्रित किया है. हम हमेशा यह सुनिश्चित करने के लिए काम करेंगे कि लोग रोजगार प्राप्त करें और बिना किसी असुविधा के अपनी आजीविका कमा सकें." उत्तर प्रदेश में 403 विधानसभा सीटें हैं.


भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए अखिलेश यादव ने कहा, "यह सरकार गरीबों और वंचितों के जीवन स्तर में सुधार लाने पर ध्यान केंद्रित नहीं कर रही है. सीएए और एनपीआर ने देश में अशांति पैदा कर दी है. बीजेपी विभाजनकारी राजनीति करना चाहती है और आम लोगों से जुड़े मुद्दों पर ध्यान केंद्रित नहीं करना चाहती है.''


अखिलेश यादव के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए, उत्तर प्रदेश बीजेपी के प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा, ''यूपी के पूर्व सीएम निराश हैं क्योंकि उनकी पार्टी को लोगों ने पूरी तरह से खारिज कर दिया है. 2017 विधानसभा चुनाव में अखिलेश ने कांग्रेस के साथ और 2019 के लोकसभा चुनाव में बीएसपी के साथ गठबंधन किया लेकिन विफल रहे. बीजेपी बिना किसी भेदभाव के केवल विकास पर ध्यान दे रही है और हमें 2022 के विधानसभा चुनाव में बड़ा जनादेश मिलेगा.''


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