(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Assam: मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा शर्मा का बड़ा ऐलान, राज्य में रोजाना वैक्सीनेशन का बढ़ेगा आंकड़ा
असम के मुख्यमंत्री ने ऐलान किया है कि राज्य में 21 जून से रोजाना तीन लाख लोगों को वैक्सीन लगाए जाएंगे. इस काम को करने के लिए पूरा सरकारी अमला लगा रहेगा. अगला एक सप्ताह और कोई कामकाज नहीं होगा.
कोरोना के कहर से बचने का एकमात्र कारगर उपाय वैक्सीनेशन है. इसलिए देश में वैक्सीनेशन अभियान को तेज किया जा रहा है. पीएम नरेंद्र मोदी पहले से घोषणा कर चुके हैं कि 21 जून से देश में 18 साल से ऊपर हर व्यक्ति को वैक्सीन मिलने लगेगी. इस अभियान को तेज करने के लिए अब राज्य सरकारों ने भी कमर कसनी शुरू कर दी है. असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा शर्मा ने शनिवार को घोषणा कि है कि राज्य सरकार ने 21 जून से रोजाना 3 लाख लोगों को वैक्सीन देने की महत्वाकांक्षी योजना बनाई है. उन्होंने बताया कि 21 जून से 30 जून के बीच पूरे राज्य में व्यापक पैमाने पर इस अभियान को चलाया जाएगा जिसके तहत रोजाना तीन लाख लोगों को वैक्सीन की खुराक दी जाएगी.
अगला सप्ताह वैक्सीन अभियान के अलावा कोई सरकारी काम नहीं
हेमंत बिस्वा शर्मा ने बताया कि अगला पूरा सप्ताह सरकार का कोई और कामकाज नहीं होगा. सरकार का पूरा महकमा इस अभियान को सफल बनाने में लगे रहेंगे. राज्य के सभी सरकारी कर्मचारी इस वैक्सीनेशन अभियान में अपना योगदान देंगे. उन्होंने कहा कि यह हमारा व्यापाक वैक्सीनेशन अभियान का हिस्सा है. उन्होंने कहा, हमने 30 जून तक 3 लाख वैक्सीन की खुराक देने का लक्ष्य निर्धारित किया है. मुख्यमंत्री ने सभी सरकारी कर्मचारियों को निर्देश दिया है कि इस महीने के अंदर सभी वैक्सीन लगवा लें क्योंकि इसके बाद ऑफिस अब 1 जुलाई को ही खुलेंगे.
जुलाई से कंपनियों को पांच बजे तक खोलने की अनुमति
हेमंत शर्मा ने निजी कंपनियों से भी आह्वान किया है कि वे अपने सभी कर्मचारियों को वैक्सीन की खुराक लगवा दें. इसके बाद जुलाई से सभी कंपनियों को शाम पांच बजे तक खोलने की अनुमति दे दी जाएगी. असम में अब तक 52 लाख लोगों को वैक्सीन लग चुकी है. 41.70 लाख लोगों को पहली खुराक जबकि 10.31 लाख लोगों को वैक्सीन की दोनों खुराक लग चुकी है. इससे पहले भी शर्मा सरकारी अधिकारियों को निर्देश दे चुके हैं कि किसी भी कीमत पर वैक्सीनेशन अभियान की रफ्तार को कम नहीं होने दें और सौ प्रतिशत सफलता के लक्ष्य को जल्दी पूरा करें. अधिकारियों से यह भी कहा गया था कि वे ऐसे क्षेत्रों की पहचान करें जहां कोरोना का संभावित प्रकोप ज्यादा है.
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