ABP News Survey: लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election) को लेकर राजनीतिक दलों ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं. एक तरफ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्ष को एकजुट करने में जुटे हैं तो वहीं कांग्रेस ने 'भारत जोड़ो यात्रा' शुरू कर दी है. इसी बीच दिल्ली के मुख्यंत्री अरविंद केजरीवाल भी अपनी पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर प्रोजेक्ट कर रहे हैं. उधर, बीजेपी के राष्ट्रीय नेतृत्व ने भी चुनाव को लेकर कमर कस ली है.
एबीपी न्यूज ने देश का मूड जानने की कोशिश की है. एबीपी न्यूज ने जाति धर्म के मुद्दों को लेकर देश की जनता से सवाल किया और त्वरित सर्वे में जो कुछ सामने आया है वो काफी हैरान करने वाला है. चलिए अब आपको सवाल और जवाब दोनों बताते हैं.
सवाल - जाति धर्म के मुद्दों पर भारी पड़ेगा मोदी फैक्टर?
हां - 60%
नहीं - 40%
हाल ही में इन मुद्दों ने बिगाड़ा देश का माहौल
कुछ महीने पहले ही कर्नाटक में सरकारी कॉलेजों में हिजाब पहनने को लेकर विवाद खड़ा हो गया था. इस विवाद के कारण कर्नाटक में सांप्रदायिक तानव का माहौल बन गया था. हिजाब को लेकर शुरू हुए इस विवाद में कई राजनीतिक दलों ने अपनी रोटियां सेकीं. अभी इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है.
इसके बाद 28 जून को उदयपुर में मालदास स्ट्रीट में कपड़े सिलने वाले कन्हैयालाल साहू की निर्मम हत्या कर दी गई थी. कन्हैया ने सोशल मीडिया में नूपुर शर्मा के समर्थन में रिपोस्ट किया था. इस हत्याकांड में शामिल रहे मुख्य आरोपी मोहम्मद गौस, रियाज अत्तारी समेत 8 आरोपी गिरफ्तार हुए थे.
पूर्व बीजेपी नेता नूपुर शर्मा के एक विवादित बयान ने भी खूब हंगामा मचाया था. इसके बाद सोशल मीडिया पर नूपुर के समर्थन में पोस्ट डालने पर लोगों को जान से मारने की धमकी मिल रही थी. कई जगह नारेबाजी हुई और उस दौरान एक नारा काफी चर्चा में रहा और वो है सिर जन से जुदा.
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