National Education Policy: राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) को लेकर पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री ब्रत्या बसु ने बड़ा बयान दिया है. ब्रत्या बसु ने कहा कि राज्य पर राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) थोपने के केंद्र के प्रयासों को राज्य सरकार स्वीकार नहीं करेगी, क्योंकि बंगाल की अपनी संस्कृति और शिक्षा प्रणाली है.
केंद्र ‘तुगलकी’ रवैया अपनाने की कोशिश करता है तो इसे स्वीकार नहीं करेंगे- मंत्री
शिक्षा मंत्री ब्रत्या बसु ने आगाह किया कि क्योंकि शिक्षा समवर्ती सूची में है, इसलिए केंद्र को नई नीति के माध्यम से अपना नजरिया थोपने का प्रयास नहीं करना चाहिए. बसु ने कहा, ‘‘संविधान में शिक्षा समवर्ती सूची में है. यह एक नाजुक विषय है. अगर भारतीय जनता पार्टी (BJP) नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ‘तुगलकी’ रवैया अपनाने की कोशिश करती है तो हम इसे स्वीकार नहीं करेंगे.’’
सीएम ममता के निर्देश पर करेंगे फैसला- मंत्री
पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘हमें जहां भी कुछ कहना होगा, हम अपने विचार रखेंगे. जो कुछ भी स्वीकार करने लायक होगा, हम उसे स्वीकार करेंगे. हम मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश के अनुसार इस पर फैसला करेंगे.’’
नई शिक्षा नीति में कहानी, रंगमंच,सामूहिक पठन पाठन, चित्रों का डिस्प्ले, लेखन कौशलता, भाषा और गणित पर जोर होगा. पिछले साल बजट में वित्त मंत्री सीतारमण ने नई शिक्षा नीति का एलान किया था. उन्होंने कहा था कि इस नई शिक्षा नीति के तहत देश में शिक्षा के मायने को बदला जाएगा. इससे न सिर्फ युवाओं को शिक्षा के नए अवसर मिलेंगे, बल्कि रोजगार प्राप्त करने में भी आसानी होगी.