राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस के स्थायी अध्यक्ष की नियुक्ति अब तक नहीं हो पाई है. वर्तमान में सोनिया गांधी अंतरिम अध्यक्ष हैं. सोनिया गांधी की बढ़ती उम्र और उनके स्वास्थ्य को देखते हुए कांग्रेस में स्थायी अध्यक्ष की मांग शुरू से उठ रही है. चुनाव के माध्यम से अध्यक्ष की नियुक्ति के मामले में ग्रुप 23 के नेताओं से कांग्रेस के अन्य नेताओं का मन मुटाव जगजाहिर चुका है.
ग्रुप 23 के नेताओं ने जब से अध्यक्ष पद के लिए चुनाव कराने की मांग की है, तब से वे अलग-थलग पड़े हुए हैं. ग्रुप 23 में गुलाम नबी आजाद, कपिल सिब्बल और आनंद शर्मा जैसे दिग्गज नेता शामिल हैं. अब यूथ कांग्रेस ने फिर से राहुल गांधी को कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने की मांग तेज कर दी है.
प्रस्ताव पास किया
राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने के लिए यूथ कांग्रेस ने एक प्रस्ताव पास किया है. इस संबंध में राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक नई दिल्ली में आयोजित की गई थी. प्रस्ताव में कहा गया है कि राहुल गांधी के अध्यक्ष बनने से संगठन मजबूत होगा और पार्टी कार्यकर्ताओं का जोश और उत्साह बढ़ेगा. प्रस्ताव में कहा गया है कि देश की मौजूदा स्थिति को देखते हुए राहुल गांधी को अध्यक्ष बना दिया जाना चाहिए.
यूथ कांग्रेस मजबूती के साथ अपने प्रिय नेता राहुल गांधी के साथ खड़ी है. यूथ कांग्रेस ने कहा है कि हमें पूरा भरोसा है कि राहुल गांधी के दोबारा कांग्रेस अध्यक्ष बनने से पार्टी में नई जान आएगी और संगठन को मजबूती मिलेगी. पार्टी के कई क्षेत्रों से राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाने की मांग कई महीनों से उठ रही है.
जून तक कांग्रेस को मिल जाएगा नया अध्यक्ष
एक रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने ग्रुप 23 के नेताओं से बैठक के दौरान यह भरोसा दिया है कि इस साल के जून तक कांग्रेस को अपना नया अध्यक्ष मिल जाएगा. ग्रुप 23 के नेताओं ने कांग्रेस संगठन में आमूल-चूल बदलाव करने की सलाह दी है. गुलामनबी आजाद के नेतृत्व में ग्रुप 23 के नेताओं ने पार्टी में आंतरिक चुनाव की मांग की थी. इसके बाद कांग्रेस में बवाल मच गया था. राहुल गांधी ने खुद गुलामनबी आजाद को पार्टी के खिलाफ काम करने की बात कही थी.
उन्होंने कहा था कि इन नेताओं की हरकतों से बीजेपी को फायदा मिल रहा है. राहुल के इस बयान से गुलामनबी आजाद आहत हुए थे. आजाद राज्यसभा की सदस्यता से हाल ही में रिटायर हुए हैं. पीएम नरेंद्र मोदी ने उनकी तारीफ करते हुए उन्हें जनता का नेता बताया था. इससे कयास लगाए जा रहे हैं कि आजाद बीजेपी में आ जाएंगे. हालांकि आजाद ने इसका खंडन किया है.
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