नंदीग्राम में ममता को ‘चोट’ और पीएम मोदी की रैली का बंगाल चुनाव पर होगा कितना असर?
सवाल उठता है कि क्या नंदीग्राम में जो घटना बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ घटी है और उसके बाद वह लगातार व्हील चेयर पर प्रचार कर रही हैं, उससे क्या उन्हें चुनाव में फायदा मिलेगा? क्या पीएम मोदी की बंगाल रैली से बीजेपी चुनाव रूख को अपने पक्ष में करने में कामयाब हो रही है?
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव प्रचार के बीच उस वक्त लोगों को बेहद हैरानी हुई जब 10 मार्च यानी बुधवार की शाम को यह खबर सामने आई की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को नंदीग्राम में उस वक्त पैर में चोट लगी जब वे रेयपाड़ा इलाके में एक मंदिर के बाहर थीं. उसके बाद ममता को कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया. ममता ने इस घटना के लिए 4-5 लोगों को जिम्मेदार ठहराते हुए यह आरोप लगाया कि कुछ लोगों ने जान बूझकर उनके साथ धक्का-मुक्की की.
इधर, पीएम मोदी ने गुरुवार यानी 18 मार्च को पुरुलिया में रैली की. इससे पहले उन्होंने 7 मार्च को कोलकाता के ब्रिगेड ग्राउड में रैली कर चुनावी माहौल को अपने पक्ष में लाने की पुरजोर कोशिश की. जनवरी से लेकर अब तक पीएम मोदी का बंगाल का यह चौथा दौरा है. जाहिर है पीएम मोदी बंगाल के चुनावी रूख को बदलने की पूरी कोशिश में लगे हुए हैं.
चोट और रैली से कितना फायदा?
ऐसे में सवाल उठता है कि क्या नंदीग्राम में जो घटना बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ घटी है और उसके बाद वह लगातार व्हील चेयर पर प्रचार कर रही हैं, उससे क्या उन्हें चुनाव में फायदा मिलेगा? क्या पीएम मोदी की बंगाल रैली से बीजेपी चुनाव रूख को अपने पक्ष में करने में कामयाब हो रही है? आइये बताते हैं इसको लेकर बंगाल पर पैनी नजर रखने वाले राजनीतिक विश्लेषक प्रदीप सिंह और अभय दूबे क्या मानते हैं.
नंदीग्राम की घटना से ममता को लेकर सहानुभूति
प्रदीप सिंह बताते हैं कि ममता बनर्जी के साथ नंदीग्राम में जो कुछ घटना घटी है उससे जरूर बंगाल की मुख्यमंत्री के पक्ष में एक सिंपैथी है. उन्होंने कहा कि चोट के चलते यह उनके पक्ष में गया है. लेकिन, उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि ममता के साथ नंदीग्राम में जो कुछ हुआ वह हमला नहीं था. अगर यह हमला होता जो जरूर उन्हें फायदा मिलता. लेकिन दुर्घटना से कोई राजनीतिक तौर पर ममता बनर्जी को फायदा मिलेगा, ऐसा नहीं लगता है.
जबकि, अभय दूबे बताते हैं कि नंदीग्राम की चोट से जरूर ममता बनर्जी को फायदा होगा. उन्होंने कहा कि ममता के साथ घटी घटना ने भारतीय जनता पार्टी की परेशानी को बढ़ाकर रख दिया. यही वजह थी कि बीजेपी को बार-बार इसको लेकर सफाई देनी पड़ रही थी. हालांकि, उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना से मार्जिन किस्म के लाभ ही हो पाते हैं.
PM की बंगाल रैली का कितना असर?
जबकि, बात अगर पश्चिम बंगाल चुनाव को लेकर पीएम मोदी की रैली की करें तो राजनीतिक जानकार मानते हैं कि इसका फायदा बीजेपी को मिलता हुआ दिखाई दे रहा है. प्रदीप सिंह यह बताते हैं कि कोलकाता के ब्रिगेड ग्राउंड में लाखों की संख्या में पीएम मोदी सुनने के लिए लोग आए. पीएम ने पुरुलिया की रैली की. पीएम की इन रैलियों से जरूर भारतीय जनता पार्टी को बंगाल चुनाव में फायदा हो रहा है. उन्होंने बताया कि जो लोग असंजस की स्थिति में उन्हें पीएम मोदी की रैली के बाद अपना मन पक्का करने में मदद मिलेगी.
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