जम्मू: दिसंबर के दूसरे सप्ताह से जम्मू में जारी शीतलहर के बाद अब कोहरे ने लोगों की मुसीबतें बढ़ा दी हैं. सोमवार सुबह से ही पूरा जम्मू शहर कोहरे की घनी चादर में लिपटा हुआ है. कोहरे की वजह से हवाई और रेल यातायात पर भी व्यापक असर पड़ा है.


अगर जम्मू की बात करें तो जम्मू में ठंड ने पिछले 37 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. यहां पारा सामान्य से करीब 10 डिग्री कम रिकॉर्ड किया जा रहा है. ठंड और ठिठुरन के बाद अब कोहरे ने मानो यहां जिंदगी पर ब्रेक लगा दिए हैं. जम्मू में भी रात का तापमान लगातार गिर रहा है और बर्फीली हवाएं चलने से ठिठुरन बढ़ गई है. वहीं पूरे जम्मू-कश्मीर में लगतार पिछले तकरीबन एक महीने से अधिकतम तापमान सामान्य से करीब 10 डिग्री नीचे रिकॉर्ड किया जा रहा है, जिससे केंद्र शासित प्रदेश में ठंड ने पिछले करीब चार दशकों के रिकॉर्ड को तोड़ा है.


मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक साल 1982 के बाद इस साल तक कभी मौसम इतना ठंडा नहीं रहा है. साल 1982 के बाद कभी दिसंबर के महीने में लगतार कई दिनों तक तापमान सामान्य से नीचे रिकॉर्ड नहीं किया गया. मौसम के जानकार मानते है कि इस साल दिसंबर के पहले सप्ताह में बेशक तापमान सामान्य था, लेकिन दूसरे सप्ताह से तापमान लगातार सामान्य से कम रिकॉर्ड किया जा रहा है.


सोमवार को घने कोहरे के चलते जम्मू में कोई भी फ्लाइट लैंड नहीं कर पाई, जबकि जम्मू से दिल्ली और ग्वालियर की दो उड़ानों को खराब मौसम के चलते रद्द करना पड़ा. मौसम की मार जम्मू पहुंचने वाली ट्रेनों पर भी पड़ी. जम्मू पहुंचने वाली तकरीबन सभी ट्रेनें रेलगाड़ियां अपने निर्धारित समय से घंटों देरी से चल रही हैं.


वहीं मौसम विभाग की मानें तो 31 दिसंबर से 2 जनवरी तक जम्मू कश्मीर में बर्फबारी और भारी बारिश के संकेत दिए हैं. मौसम विभाग ने 31 दिसंबर से 2 जनवरी तक जम्मू कश्मीर के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में भारी बारिश की संभावना जताई है.


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