दिल्ली- संसद सत्र का दूसरा दिन आज, दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण पर होगी बहस
आज संसद सत्र के दौरान दिल्ली समेत उत्तर भारत में वायु प्रदूषण का मसला लोकसभा में गूंजेगा.
नई दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र का आज दूसरा दिन है. लोकसभा में आज दोपहर चार बजे से प्रदूषण पर बहस होगी. बीएसी की बैठक में बहस पर सहमति बनी है. आज प्रदूषण पर होने वाला चर्चा इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि देश की राजधानी दिल्ली और उसके आस-पास के इलाके गैस चैंबर में तब्दील हो गए हैं. जहां एक ओर जनता प्रदूषण की मार झेल रही है तो वहीं राजनेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को साफ कर दिया कि अब राजधानी को ऑड-ईवन की जरूरत नहीं है. उन्होंने दिल्लीवालों को बड़ी राहत देते हुए कहा कि अब मौसम साफ हो गया है.
बता दें कि हाल में ही सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र, पंजाब, हरियाणा और यूपी सरकार के फटकार भी लगाई और मुख्य सचिवों को तलब किया. कोर्ट ने मुख्य सचिवों को 29 नवंबर को बुलाया है. पराली जलाने से रोकने के लिए क्या कदम उठाया, इसका जवाब देने के लिए कोर्ट ने तलब किया है. इन चारों राज्यों को 25 नवंबर तक हलफनामा दायर करना है.
पहले दिन क्या हुआ
संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सोमवार को लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा शुरु हो गया. जम्मू-कश्मीर को लेकर कांग्रेस और महाराष्ट्र में किसानों की स्थिति को लेकर शिवसेना के सदस्यों ने अलग अलग मुद्दों को लेकर सदन में नारेबाजी की.
सदन की कार्यवाही राष्ट्रगान की धुन बजाए जाने के साथ शुरू हुई. इसके बाद चार नए सदस्य प्रिंस राज, हिमाद्री सिंह, श्रीनिवास दादा पाटिल और डीएम काथिर आनंद को शपथ दिलाई गई. शपथ ग्रहण के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज और अरूण जेटली सहित नौ दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि दी गई.
लोकसभा अध्यक्ष ने जैसे ही प्रश्नकाल की शुरुआत की उसी समय कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, डीएमके और शिवसेना के सदस्य अपने स्थान पर खड़े हो गए. कांग्रेस सदस्य गौरव गोगोई ने आरोप लगाया कि सरकार लोकतंत्र को खत्म कर रही है और विपक्ष के नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है. दूसरी तरफ, शिवसेना के नेताओं ने महाराष्ट्र के किसानों को राहत देने की मांग करते हुए नारेबाजी की.