नए साल पर दिल्ली में बढ़ा वायु प्रदूषण, CPCB का अनुमान- आने वाले दिनों बेहद खराब रहेगी एयर क्वालिटी
दिल्ली में नए साल का जश्न मनाने के दौरान कई जगहों पर आतिशबाजी की गई जिसके कारण हवा की गुणवत्ता पर काफी गहरा असर पड़ा है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का कहना है कि आने वाले दिनों में एयर क्वालिटी बहुत खराब स्तर में बनी रहेगी.
नई दिल्लीः नए साल की शुरुआत के साथ ही दिल्ली में ठंड और प्रदूषित वायु का लेवल बढ़ गया है. बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में एयर क्वालिटी बहुत खराब स्तर में बनी रहेगी. दिल्ली में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने बीते दिन एयर क्वालिटी और मौसम संबंधी स्थितियों की समीक्षा की है. उनका कहना है कि आने वाले दिनों में दिल्ली में ठंड का स्तर बढ़ने के साथ ही AQI बहुत खराब श्रेणी में पहुंच सकता है.
नए साल में वायु प्रदूषण
सीपीसीबी ने कहा, "दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी), एनसीआर के राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और विभिन्न केंद्रीय और राज्य एजेंसियों से प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए प्रभावी कदम उठाने का अनुरोध किया गया है." दिल्ली में नए साल का जश्न मनाने के दौरान कई जगहों पर आतिशबाजी की गई. जिसके कारण हवा की गुणवत्ता पर काफी गहरा असर पड़ा है.
बेहद खराब स्तर पर पहुंची एयर क्वालिटी
फिलहाल भारत के मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, दिल्ली में वेंटिलेशन की स्थिति धीमी होने की संभावना है, जिससे प्रदूषकों का फैलाव खराब स्तर तक हो सकता है, जिससे आने वाले दिनों में हवा की गुणवत्ता के "बहुत खराब" श्रेणी में बने रहने की उम्मीद है.
जारी हुए दिशा निर्देश
दिल्ली में प्रदूषण को नियंत्रित रखने के लिए सीपीसीबी ने 23 दिसंबर को ही नए साल के जश्न के दौरान बिगड़ती हवा की गुणवत्ता और गतिविधियों में वृद्धि की संभावना को देखते हुए एक आदेश जारी किया था. जिसमें हरियाणा, यूपी और राजस्थान के डीपीसीसी और राज्य बोर्डों को निर्देश दिए गए थे कि वे सभी 2 जनवरी तक हॉट मिक्स प्लांट और स्टोन क्रशर बंद कर दें. इसके साथ ही पानी की बूंदों के छिड़काव की दर, सड़कों की मशीनीकृत सफाई और धूल को रोकने के उपायों की दर को बढ़ाने के लिए भी निर्देशित किया गया था.
SAMEER ऐप से हो रही निगरानी
15 अक्टूबर से दिल्ली-एनसीआर में सीपीसीबी की ओर से कुल 50 टीमों को ग्राउंड पर प्रदूषणकारी गतिविधियों की जांच के लिए तैनात किया गया है. प्रत्येक टीम उस क्षेत्र और स्थानों पर प्रदूषण के केंद्रों का दौरा कर रही है, जहां सीपीसीबी के एसएएमईआर (SAMEER) ऐप पर उल्लंघनों की सूचना दी गई थी.
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