ATM से कैश निकालने पर चार्ज लगने की खबरों पर भड़के अभिषेक मनु सिंघवी, कही ये बड़ी बात
कहा जा रहा है कि एटीएम से एक बार में 5000 रुपये की निकासी पर बैंक कस्टमर्स से 24 रुपये अतिरिक्त शुल्क वसूल सकता है और जल्द इस बारे में आरबीआई ऐलान कर सकता है. अभी तक एटीएम से एक महीने में पांच ट्राजैक्शन मुफ्त मिलते हैं.
नई दिल्लीः एटीएम से 5 हजार से ज्यादा की धनराशि निकालने पर आऩे वाले दिनों में अतिरिक्त शुल्क देना पड़ सकता है. आरबीआई या रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया इस बात पर विचार कर रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह पांच मुफ्त ट्रांजैक्शन में शामिल नहीं होगा. वहीं कहा जा रहा है कि एटीएम से एक बार मे पांच हजार की निकासी पर बैंक कस्टमर्स से 24 रुपये अतिरिक्त शुल्क वसूल सकता है. अभी तक पांच ट्राजैक्शन मुफ्त मिलते हैं. इसके बाद किए जाने वाले ट्रांजैक्शन पर 20 रुपये अतिरिक्त शुल्क देना पड़ता है.
कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने बताया मूर्खतापूर्ण विचार
वहीं एटीएम से 5 हजार से ज्यादा की धनराशि निकालने पर अतिरिक्त शुल्क लेने पर राजनीति भी शुरू हो गई है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने ट्विटर पर इस संबंध में ट्वीट किया है. उन्होने अपने ट्वीट में लिखा है कि, 'अगर आप ATM से 5000 रुपए से ज्यादा निकालते हैं, तो आपको अतिरिक्त चार्ज देना होगा. यह किस तरह का मूर्खतापूर्ण नियम है कि लोगों को अपना पैसा निकालने के लिए शुल्क देना पड़े. हो सकता है कि ज्यादा एटीएम से पैसा निकालने की सीमा के पक्ष में हो, लेकिन इसके द्वारा आप अपने ही नागरिकों को परेशान कर रहे हैं'.
एटीएम शुल्क पर पुनर्विचार हेतु बनाई गई थी कमेटी
खबरों के मुताबिक आरबीआई ने एटीएम शुल्क पर दोबारा विचार करने हेतु एक कमेटी भी गठित की थी. इस कमेटी की ही सिफारिश है कि अगर कोई ग्राहक एटीएम से एक बार में पांच हजार से ज्यादा की धनराशि निकालता है तो उससे अतिरिक्त शुल्क वसूला जाए. ऐसे में अगर समिति की सिफारिशें मान ली जाती हैं तो करीब 8 साल बाद एटीएम से जुड़े नियमों में यह अहम बदलाव हो जाएगा. वहीं खबर यह भी है आरबीआई की मंशा है कि बड़े शहरों में एटीएम का चलन अब कम किया जाए. लोग केवल पैसा जमा करने के लिए एटीएम का इस्तेमाल करें. जबकि छोटे शहर जिनकी आबादी 10 लाख से कम है वहां एटीएम की संख्या बढ़ाई जाए.
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