तुष्टिकरण के बगैर मोदी सरकार ने अल्पसंख्यकों में पैदा किया भरोसा: मुख्तार अब्बास नकवी
नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने पिछले तीन सालों में ‘बिना तुष्टिकरण के अल्पसंख्यकों के सशक्तिकरण’ करके इनके भीतर विश्वास का माहौल कायम करने और इनके सामाजिक, आर्थिक और शैक्षिक विकास का मार्ग प्रशस्त करने का काम किया है.
केंद्र में बीजेपी की एनडीए सरकार के तीन साल पूरे होने के अवसर पर नकवी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘3ई - एजुकेशन (शिक्षा), एम्प्लॉयमेंट (रोजगार), एम्पावरमेंट (सशक्तिकरण) के माध्यम से अल्पसंख्यक मंत्रालय ने गरीब, पिछड़े और कमजोर वर्ग के अल्पसंख्यकों को प्रगति की मुख्यधारा का हिस्सेदार-भागीदार बनाने में बड़ी कामयाबी हासिल की है.’’ अल्पसंख्यक कार्य मंत्री की यह टिप्पणी ऐसे समय में सामने आई है जब बीजेपी की सरकार के तहत अल्पसंख्यकों के भय के माहौल में रहने के कुछ वर्ग अक्सर आरोप लगाते रहे हैं.
उन्होंने कहा कि बिना तुष्टिकरण के सशक्तिकरण की नीति से अल्पसंख्यकों में विश्वास के साथ विकास का माहौल तैयार हुआ है. पिछले तीन सालों के दौरान अल्पसंख्यक मंत्रालय ने अल्पसंख्यकों की बेहतर शिक्षा, कौशल विकास, रोजगार पर केंद्रित योजनाओं और कार्यक्रमों को जरूरतमंद लोगों तक ईमानदारी के साथ पहुंचाया है.
नकवी ने कहा कि गरीब नवाज कौशल विकास केंद्र, उस्ताद, नई मंजिल, नई रौशनी, सीखो और कमाओ, पढ़ो परदेस, प्रोग्रेस पंचायत, हुनर हाट, बहुउद्देशीय सद्भाव मंडप, प्रधानमंत्री का नया 15 सूत्री कार्यक्रम, बहु-क्षेत्रीय विकास कार्यक्रम, बेगम हजरत महल छात्रा छात्रवृति सहित अन्य कई योजनाओं और कार्यक्रमों से हर जरूरतमंद अल्पसंख्यक की आंखों में खुशी और जिंदगी में खुशहाली सुनिश्चित करने का प्रभावी प्रयास किया गया है.
नकवी ने कहा कि अल्पसंख्यकों के सामाजिक-आर्थिक-शैक्षिक सशक्तिकरण के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए मोदी सरकार ने इस बार अल्पसंख्यक मंत्रालय के बजट में बड़ी वृद्धि की है. 2017-18 के लिए अल्पसंख्यक मंत्रालय का बजट बढ़ा कर 4195 करोड़ रूपये कर दिया गया है. यह पिछले बजट के 3800 करोड़ रूपए के मुकाबले 9.6 प्रतिशत अधिक है.