Women Reservation Bill Passed Lok Sabha: संसद के विशेष सत्र के तीसरे दिन लोकसभा में बुधवार (20 सितंबर) को महिला आरक्षण बिल पारित हो गया. लोकसभा में विधेयक के पक्ष में जहां 454 वोट डाले गए तो वहीं एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी और उनकी पार्टी के सांसद इम्तियाज जलील ने विधेयक के विरोध में वोट किया. असदुद्दीन ओवैसी ने अपने इस कदम के पीछे की वजह बताई है.


इंडिया टुडे से बातचीत के दौरान असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, 'हमने विधेयक के खिलाफ इसलिए वोट किया ताकि देश को पता चले कि संसद में दो सदस्य ऐसे भी हैं जो मुस्लिम और ओबीसी महिलाओं के आरक्षण के लिए लड़ रहे हैं. चूंकि विधेयक में मुस्लिम और ओबीसी महिलाओं का प्रावधान नहीं है तो यही वजह है कि हमने विधेयक के विरोध में वोट किया.'


असदुद्दीन ओवैसी ने क्यों किया विधेयक का विरोध


असदुद्दीन ओवैसी ने आगे कहा कि इस देश में अगर ओबीसी समुदाय की आबादी की बात की जाए तो ये 50 प्रतिशत से अधिक है, इसके बावजूद भी सरकार उन्हें आरक्षण देने से मना क्यों कर रही है. वहीं राष्ट्रीय आबादी में मुस्लिम महिलाओं की आबादी 7 प्रतिशत है. संसद में उनके प्रतिनिधित्व की बात करें तो ये सिर्फ 0.7 फीसदी है. देश को पता चले कि हम मुस्लिम और ओबीसी महिलाओं के आरक्षण के लिए लड़ रहे हैं इसलिए हमने इसका विरोध किया है. 


लोकसभा में 8 घंटे तक चली लंबी बहस के बाद नारी शक्ति वंदन विधेयक बिल पास हो गया. इस दौरान पक्ष में 454 और विरोध में 2 वोट पड़े. वोटिंग पर्चियों के जरिए की गई. विरोध में आए दो वोट असदुद्दीन ओवैसी और उनकी पार्टी के सांसद इम्तियाज जलील के थे. लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पारित होने के बाद अब गुरुवार (21 सितंबर) को राज्यसभा में चर्चा होगी. इस बिल में लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान है.


Women Reservation Bill: महिला आरक्षण बिल लोकसभा में पास, पक्ष में 454 और विरोध में पड़े 2 वोट, आज राज्यसभा में होगी चर्चा | बड़ी बातें