Women Reservation Bill: महिला आरक्षण बिल पर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा में कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी को जवाब देते हुए कहा, "इस महिला आरक्षण के खिलाफ सबसे ज्यादा आवाज सुषमा स्वराज और गीता मुखर्जी ने उठाई और सोनिया गांधी ने इन दोनों महिलाओं को नाम तक नहीं लिया. आप कहती हैं आपकी सरकार लेकर आई. ये भारतीय जनता पार्टी का और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बिल है."


उन्होंने कहा, "मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रगुजार हूं कि इस ऐतिहासिक बिल पर मुझे बोलने का मौका दिया. इससे पहले कांग्रेस ने कभी साहस नहीं दिखाया और जब हम बिल लेकर आए हैं तो इनके पेट में दर्द हो रहा है. राज्यसभा और विधान परिषद में आरक्षण की बात ही नहीं है तो आप इसकी मांग क्यों कर रहे हैं. आप चाहते हैं कि जिस तरह से इस बिल को आप लॉलीपॉप बनाकर घुमाते रहे वही भारतीय जनता पार्टी करे." दरअसल, सोनिया गांधी ने लोकसभा में कहा कि ये बिल राजीव गांधी का सपना था और कांग्रेस इस बिल को लेकर आई थी. इसी का जवाब निशिकांत दुबे ने दिया. 


'महिलाओं को अधिकार मिलकर रहेगा'


बीजेपी सांसद ने कहा, "हमारे प्रधानमंत्री हैं जो कहते हैं कि जिसकी मैं शुरुआत करता हूं उसका अंत भी करता हूं. अगर ये महिला आरक्षण बिल यहां आया है तो महिलाओं को आरक्षण मिलेगा... मिलेगा... और मिलकर रहेगा और दुनिया की कोई ताकत इसको नहीं रोक सकती." उन्होंने कहा कि देश में ये लोग फिर से गलत तरह का माहौल पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. पहले जनगणना होगी फिर महिलाओं को आरक्षण मिलेगा.


क्रेडिट लेने की मची होड़


उन्होंने कहा कि देश में ये लोग फिर से गलत तरह का माहौल पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. पहले जनगणना होगी फिर महिलाओं को आरक्षण मिलेगा. आज जब सोनिया गांधी बोल रहीं थीं तो मुझे लगा कि वो राजनीति से ऊपर उठकर बोलेंगी लेकिन वो अपना क्रेडिट लेना जानती हैं. कह रही हैं कि ये हमारा बिल है. मैं बता दूं कि ये आपका बिल नहीं है. आप जो बिल लेकर आए वो गलत बिल है. इसके लिए गीता मुखर्जी और सुषमा स्वराज ने आंदोलन किया. इस महिला बिल में भी राजनीति करने की कोशिश की.


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