Women Reservation Bill: महिला आरक्षण बिल राज्यसभा में चर्चा के बाद गुरुवार (21 सितंबर) को पास हो गया. इसके पक्ष में 214 वोट पड़े और विरोध में जीरो मत पड़े. इस चर्चा में हिस्सा लेते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने नारी शक्ति वंदन अधिनियम (महिला आरक्षण) के लागू होने की देरी पर सवाल उठाए तो केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने पलटवार किया.
नेता प्रतिपक्ष खरगे ने एक कविता पढ़ी. उन्होंने कहा, ''कोमल है तू कमजोर नहीं तू शक्ति का नाम ही नारी है, जग को जीवन देने वाली मौत भी तुझसे हारी है'' उन्होंने बिल के क्लॉज 5 का जिक्र करते हुए कहा आरक्षण तभी ही लागू होगा जब परिसीमन पूरा होगा. ये जनगणना के बाद होगा. ऐसे में मेरा सवाल है कि इसका क्रियान्वयन कितने साल में होगा ये बता दो.
खरगे के बयान पर अर्जुन राम मेघवाल ने राज्यसभा में कहा, ''आशंका मत करो. मोदी है तो मुमकिन है. सब संभव है.''
मल्लिकार्जुन खरगे ने क्या कहा?
खरगे ने तंज कसते हुए कहा, ''मुझे दो दिन पहले ही पता लगा कि ये बिल आने वाला है, लेकिन आपने 4 सितंबर 2023 को जयपुर में कहा कि वो दिन दूर नहीं कि जब संसद और विधानसभा में महिलाओं को उनका प्रतिनिधित्व मिलेगा. मतलब कि आपको मालूम हो गया. हमारे सभापति (उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़) बोले तो हमें लगा कि बिल आने वाला है.''
अमित शाह पर क्या कहा?
कांग्रेस नेता खरगे ने कहा कि एक बार गृह मंत्री अमित शाह ने बोला कि 15 लाख रुपये और दो करोड़ नौकरी देंगे. ये सवाल जब उनसे किया गया तो उन्होंने कहा कि ये चुनावी जुमला है. ऐसे में ये बिल तो आ गया, लेकिन ये भी जुमला नहीं निकलना चाहिए है.
उन्होंने कहा कि हमसे कहते हैं कि आपने क्यों नहीं किया तो मेरा सवाल है कि आपने दस साल में क्या किया. इन दस सालों में आप कृषि बिल और नोटबंदी लेकर आ गए तो ये भी लेकर आ जाते.
मल्लिकार्जुन खरगे ने ओबीसी को लेकर क्या कहा?
खरगे ने कहा कि महिला आरक्षण बिल में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए आरक्षण नहीं है. ओबीसी देश में 60 फीसदी से ज्यादा है, लेकिन इनकी महिलाओं को कैसे आरक्षण मिलेगा. उन्होंने सवाल किया कि ओबीसी महिलाओं को क्यों छोड़ रहे हैं.
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