नई दिल्ली: एक देशभक्त पिता ने आतंक के मुंह पर तमाचा मारा है. लखनऊ के एनकाउंटर में मारे गए सैफुल्लाह के पिता सरताज अहमद ने कहा है वो अपने बेटे का शव लेने नहीं जाएंगे.
जो देशद्रोही है वो मेरा बेटा नहीं हो सकता
आतंकी सैफुल्लाह के पिता सरताज ने अपने बेटे का शव लेने से मना कर दिया है. सैफुल्ला के पिता सरताज ने कहा, ''बेटे का शव ना लेने की वजह यही है कि उसने कभी मेरा कहा नहीं माना. उसका फोन आखिरी बार जब आया था तो उसने कहा था कि मेरा सऊदी का वीज़ा हो गया है इसलिए हम जा रहे हैं. हम देशद्रोही बेटे का शव नहीं लेंगे. जो देश द्रोही है वो मेरा बेटा नहीं हो सकता.''
सैफुल्लाह के पिता ने कहा, ''ढाई महीने पहले हम उससे कहा करते थे कि काम किया करो लेकिन वो सुनता नहीं था, वो अपने दोस्तों के साथ ज्यादातर बाहर ही रहा करता था. ये देर रात से घर को आते थे जिससे मैं बहुत नाराज था. एक दिन हमने बहुत मारा और डांटा. सुबह मैं ड्यूटी चला गया शाम को घर आया तो पता चला कि वो भाग गया है.''
सैफुल्लाह के पिता ने कहा, ''हमने भी न्यूज़ देखी लेकिन आज पुलिस ने बताया कि आप बेटे के साथ ऐसा हुआ है. पहले सही था लेकिन पिछले ढाई महीने से ही वो इतना बिगड़ गया था कि हम उससे चिढ़ गए थे. वो जिस काम थे हमें उसका इल्म नहीं था.''
सैफुल्ला के भाई का बड़ा बयान
सैफुल्लाह के भाई खालिद ने बताया है कि पुलिस के कहने पर उसने सैफुल्लाह से बात की थी और सरेंडर करने को कहा था लेकिन वो नहीं माना और आखिरकार मारा गया.
सैफुल्लाह के चचेरे भाईयों को ATS ने लिया हिरास्त में
कानपुर के एसपी सिटी सोमेन वर्मा ने बताया कि मध्यप्रदेश के शाजापुर में ट्रेन विस्फोट के बाद यूपी एटीएस की एक टीम ने जाजमऊ की जेके कालोनी से फैसल उर्फ फैजान को हिरासत में लिया था. पड़ोसी जिले उन्नाव की एक लैदर फैक्ट्री से उसके भाई इमरान को पकड़ा गया.
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उन्होंने बताया कि एटीएस की टीम ने शहर के बेकनगंज इलाके की रहमानी मार्केट से शकील उर्फ अजगर को भी पकड़ा था लेकिन मार्केट के दुकानदारों के विरोध प्रदर्शन करने के कारण मौका पाकर शकील भाग गया. पुलिस की टीमें शकील की तलाशी में जगह जगह छापेमारी कर रही है. यह छापेमारी कल रात भर जारी रही और आज भी जारी है.
उन्नाव से पकड़े गये दोनो संदिग्धों को लखनऊ लाया जा रह है
वर्मा ने बताया कि यूपी एटीएस की टीम आज सुबह करीब तीन बजे कानपुर और उन्नाव से पकड़े गये दोनो संदिग्धों को लेकर लखनऊ रवाना हो गयी. उन्होंने बताया कि एटीएस की टीमें कानपुर में कुछ और संदिग्धों की तलाश में हैं. हालांकि उन्होंने यह बताने से इंकार कर दिया कि इनका मध्यप्रदेश की घटना से संबंध है.
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पुलिस सूत्रों ने बताया कि इन दोनो सगे भाइयों के अन्य परिजन से भी एटीएस की टीम पूछताछ कर रही है. उधर कानपुर पुलिस के आईजी जोन जकी अहमद ने बताया कि इन दोनो संदिग्धों के पकड़े जाने के बाद कानपुर के रेलवे स्टेशन, बस अडडे, मॉल, मल्टी प्लेक्स, भीड़ भरे बाजारों की सघन जांच के आदेश पुलिस को दिये गये हैं.