नई दिल्ली: दिल्ली चुनाव में शाहीन बाग एक बड़ा राजनैतिक मुद्दा बन गया है. बीजेपी नेता दलील दे रहे हैं कि विकास का मुद्दा ही सबसे बड़ा मुद्दा है लेकिन आए दिन बीजेपी नेताओं की तरफ से जिस तरह के बयान सामने आ रहे हैं वह तो यही दिखा रहा है कि शाहीन बाग सबसे बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है. दिल्ली बीजेपी चुनाव संयोजक तरुण चुघ ने शाहीन बाग की तुलना सीरिया, बगदाद और आतंकी संगठन आईएसआईएस कर दी है. तरुण चुघ यहीं नहीं रुके उन्होंने शाहीन बाग को शैतान बाग भी करार दे दिया.


दिल्ली को सीरिया, बगदाद और काबुल नहीं बनने देंगे


तरुण चुघ अपने बयान को लेकर शर्मिंदा नहीं हैं. उनका कहना है कि शाहीन बाग में जो लोग बैठे हैं वह देश को तोड़ने की बात करते हैं और जो भी देश को तोड़ने की बात करेगा उसको देश की जनता और दिल्ली की जनता माफ नहीं करेगी. बीजेपी किसी भी सूरत में दिल्ली को सीरिया, बगदाद और काबुल नहीं बनने देगी.


शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों को मिला हुआ है केजरीवाल का संरक्षण


तरुण चुघ ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर शाहीन बाग को खड़ा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी के नेता प्रदर्शनकारियों को पैसा पहुंचाते हैं और बाद में वह प्रदर्शनकारी देश के खिलाफ नारेबाजी करते हैं, देश को तोड़ने के नारे लगाते हैं और देश के एक हिस्से को अलग करने के भाषण देते हैं. ऐसे प्रदर्शनकारियों को सीएम केजरीवाल का पूरा संरक्षण मिला हुआ है और यह बात खुद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया कह चुके हैं कि वह शाहीन बाग के साथ है.


देश के टुकड़े के नारे लगाने वालों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई


तरुण चुघ ने कहा कि दिल्ली को चलाने का जिम्मा केजरीवाल सरकार के पास था और केजरीवाल सरकार नहीं चाहती कि प्रदर्शनकारी वहां से हटें.
तरुण चुघ ने कहा कि पुलिस ऐसे सभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई जरूर करेगी और कोई भी बख्शा नहीं जाएगा.


ये नेता भी दे चुके हैं शाहीन बाग पर विवादित बयान


तरुण चुघ से पहले बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता शाहीन बाग को लेकर विवादित बयान दे चुके हैं. इससे पहले दिल्ली में बीजेपी के वरिष्ठ नेता विजय गोयल शाहीन बाग को शर्म बाग बता चुके हैं. वहीं, सोमवार को पश्चिमी दिल्ली से बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा ने कहा था, ''शाहीन बाद के लोग आपके घरों में घुसेंगे, आपकी बहनों और बेटियों के साथ बलात्कार करेंगे, उन्हें मारेंगे. आज वक्त है. मोदी जी और अमित शाह कल आपको बचाने नहीं आएंगे.''

शाहीन बाग में पिछले डेढ़ महीने से प्रदर्शन जारी

बता दें कि सीएए और एनआरसी को लेकर पिछले करीब डेढ़ महीने से दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में प्रदर्शन हो रहे हैं. इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हैं. प्रदर्शनकारी लगातार मोदी सरकार पर संविधान को कुचलने और लोकतंत्र को खत्म करने जैसे आरोप लगा रहे हैं. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जबतक सरकार इस कानून को वापस नहीं लेती, तबतक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा. शाहीब बाग की तर्ज पर देश के कई राज्यों में प्रदर्शन हो रहे हैं. मुंबई के नागपाड़ा इलाके में कल आधी रात से प्रदर्शन हो रहा है. यहां भी बड़ी संख्या में महिलाएं सड़क पर डटीं हुई हैं.

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