Coronavirus Vaccine News: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) इस हफ्ते भारत बायोटेक की कोरोना वायरस रोधी वैक्सीन कोवैक्सीन (Covaxin) को इस हफ्ते अपनी मंज़ूरी दे सकता है. सूत्रों के हवाले से ये खबर आई है. विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से कोवैक्सीन को अब तक इमेरजेंसी यूज़ लिस्टिंग नहीं मिली है.


इसके लिए भारत बायोटेक ने संगठन के पास जुलाई महीने में सभी ज़रूरी दस्तावेज़ और ट्रायल से जुड़े डेटा उपलब्ध करा दिए थे. अब सूत्रों का कहना है कि WHO इसी हफ्ते कोवैक्सीन को WHO इजाज़त दे सकता है. 


कोवैक्सीन के इमरजेंसी यूज के लिए तकनीकी विशेषज्ञों द्वारा समीक्षा की जा रही थी. डब्ल्यूएचओ की दक्षिण-पूर्व एशिया की क्षेत्रीय निदेशक डॉक्टर पूनम खेत्रपाल सिंह ने जुलाई में बताया था कि तकनीकी विशेषज्ञ समिति डोजियर की समीक्षा कर रही है.


उन्होंने कहा था, "फाइजर, एस्ट्राजेनेका, मॉडर्न, जॉनसन एंड जॉनसन, सिनोवैक और सिनोफार्म को डब्लूएचओ द्वारा इमरजेंसी यूज लिस्टिंग (EUL) दिया गया है. कोवैक्सीन के लिए भारत बायोटेक द्वारा डब्लूएचओ इमरजेंसी यूज लिस्टिंग की मांग की गई है. इस मामले में डब्लूएचओ पहले ही कंपनी के साथ बैठक कर चुका है. कंपनी के साथ एक पूर्व-सबमिशन बैठक किया गया था. जिसके बाद जुलाई की शुरुआत में भारत बायोटेक द्वारा डब्लूएचओ को एक डोजियर प्रस्तुत किया गया. फिलहाल ईयूएल देने के लिए तकनीकी विशेषज्ञों द्वारा डोजियर की समीक्षा की जा रही है."


भारत में जनवरी में मिली इस्तेमाल की मंज़ूरी


आपको बता दें कि भारत बायोटेक ने कुछ समय पहले मेड इन इंडिया कोविड-19 वैक्सीन के तीसरे चरण का ट्रायल डेटा डीसीजीआई को सौंपा था. इससे पहले डीसीजीआई ने कोवैक्सीन को पहले और दूसरे चरण के ट्रायल डेटा के आधार पर भारत में जनवरी के महीने में आपात इस्तेमाल करने की इजाजत दे दी थी. भारत में यह ट्रायल 25 जगहों पर किया गया था. 



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