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World Oral Health Day: कई लोग हैं दांतों की समस्याओं से पीड़ित, ऐसे मिल सकती है निजात

उस स्थिति की कल्पना करें जब आप आइसक्रीम खाते हैं या एक कप गर्म चाय पीते हैं या एक ग्लास ठंडा पानी पीते हैं तो कैसे आपके दांतों में सनसनी पैदा होती है. यह क्षणभंगुर असुविधा उस एक पल के लिए काफी कष्टदायी हो सकती है.

नई दिल्ली: हर साल 20 मार्च को 'वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे' मनाया जाता है. जबकि हम तेजी से अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत हो रहे हैं, तब भी ओरल केयर पर अधिक ध्यान नहीं दिया जा रहा है और दांतों की संवेदनशीलता, भारत में एक ऐसा सामान्य ओरल हेल्थ मुद्दा है जो हममें से कई लोगों को रोज प्रभावित करता है. हालांकि फिर भी हम इसे अनदेखा करते रहते हैं. एक शोध के मुताबिक 3 में से 1 भारतीय वयस्क दांतों की संवेदनशीलता से पीड़ित हैं लेकिन उनमें से बहुत कम लोग ऐसे हैं जो इस स्थिति से पीड़ित हैं और इसके इलाज के लिए कोई कदम उठाते हैं.

उस स्थिति की कल्पना करें जब आप आइसक्रीम खाते हैं या एक कप गर्म चाय पीते हैं या एक ग्लास ठंडा पानी पीते हैं तो कैसे आपके दांतों में सनसनी पैदा होती है. यह क्षणभंगुर असुविधा उस एक पल के लिए काफी कष्टदायी हो सकती है. ऐसे में आप अपने भोजन और पेय का आनंद नहीं ले सकते हैं. इसलिए आप सोच सकते हैं कि टूथ सेंसिटिविटी एक गंभीर मुद्दा है और हमें इस समस्या का हल खोजना होगा. दांत संवेदनशीलता और अन्य ओरल स्वास्थ्य मुद्दों के बारे में हमने एक प्रसिद्ध दंत चिकित्सक (डेंटिस्ट) से बाचतीच की.

सवाल: लोगों में होने वाली सबसे आम ओरल केयर समस्याएं क्या हैं? डेंटिस्ट: ज्यादातर लोग कैविटी, ब्लीडिंग गम या टूथ सेंसिटिविटी जैसे मुद्दों के बारे में शिकायत करते हैं

सवाल: जैसा कि आपने कहा कि दांतों की संवेदनशीलता एक आम समस्या है और एक शोध के मुताबिक भारत में 3 में से 1 वयस्क दांतों की संवेदनशीलता से पीड़ित हैं. वास्तव में यह क्या स्थिति है? डेंटिस्ट: जब भी आप ठंडा, गर्म, मीठा या खट्टा कुछ भी खाते या पीते हैं और आप अपने दांतों में छोटी तेज संवेदनाएं महसूस करते हैं, तो इसे दांत की संवेदनशीलता कहा जाता है. डेंटिस्ट ने विज्ञान को यह बताने के लिए समझाया है कि ठंड या गर्म खाद्य पदार्थों से नसों को कैसे ट्रिगर किया जाता है.

सवाल: दांत संवेदनशीलता के प्रमुख कारण क्या हैं? डेंटिस्ट: इसके प्रमुख कारण ब्रश या हार्ड ब्रशिंग, इनामेल इरोसियन, गम रिसेसन है.

सवाल: क्या दांत की संवेदनशीलता का कोई दीर्घकालिक प्रभाव है? डेंटिस्ट: डेंटिस्ट इस बारे में बात करते हैं कि इनामेल को कैसे वापस नहीं लिया जा सकता है. इसलिए अगर इसे नजरअंदाज किया जाए तो दांतों की संवेदनशीलता की समस्या और भी बदत्तर हो सकती है. यह जल्दी से मैनेज नहीं हुआ तो बाद में इसका उपचार काफी महंगा हो सकता है.

सवाल: हम दांत संवेदनशीलता को कैसे मैनेज कर सकते हैं? कोई सुझाव. डेंटिस्ट: आप ब्रश करने की तकनीक को समझते हुए डिसेंटिटाइजिंग टूथपेस्ट और एक नरम टूथब्रश का इस्तेमाल कर एक छोटा सा बदलाव ला सकते हैं. आपको अपने दांत पीसने से बचना चाहिए और अम्लीय भोजन का सेवन सीमित करना चाहिए.

इस दौरान दर्शकों ने भी डेंटिस्ट से कुछ सवाल पूछे.

सवाल: क्या दांत संवेदनशीलता एक अस्थायी समस्या है? डेंटिस्ट: नहीं, यह एक स्थायी स्थिति है और आमतौर पर अगर किसी के दांत संवेदनशील हो जाते हैं, तो वे आजीवन संवेदनशील रहते हैं. जब इनामेल की सुरक्षात्मक परत मिट जाती है, तो वह वापस नहीं आती है.

सवाल: गम और दांत संवेदनशीलता के बीच कोई संबंध है? डेंटिस्ट: हां, दांत की संवेदनशीलता के लिए गम रिसेसन भी एक प्रमुख कारण है.

सवाल: आपने एक डिसेंटिटाइजिंग टूथपेस्ट का उपयोग करने की सलाह दी है, क्या इसे हर दिन इस्तेमाल किया जा सकता है? डेंटिस्ट: हां, आमतौर पर उन टूथपेस्ट में अन्य घटक भी होते हैं जो आपके दैनिक ओरल केयर जैसे कि स्वस्थ, स्वच्छ दांत की देखभाल भी करते हैं. यह आपके दांतों को एक दैनिक टूथपेस्ट के साथ टूथ सेंसिटिविटी के लाभ से सुरक्षा प्रदान करेगा.

सवाल: यदि मुझे डिसेंटिटाइजिंग टूथपेस्ट का उपयोग करने के बाद दांत संवेदनशीलता से राहत मिलती है, तो क्या उसके बाद अन्य नियमित टूथपेस्ट पर स्विच करना ठीक है? डेंटिस्ट: आपको टूथ सेंसिटिविटी से राहत पाने के बाद भी अपने विशेष डिसेंसिटाइजिंग टूथपेस्ट का उपयोग जारी रखना चाहिए. जैसा कि मैंने पहले कहा था कि दांतों की संवेदनशीलता एक स्थायी स्थिति है. यदि आप डिसेंसिटाइजिंग टूथपेस्ट का उपयोग करना बंद कर देते हैं तो यह फिर से आ सकती है.

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