सोशल मीडिया पर एक पेड़ की तस्वीर वायरल है. दावा किया जा रहा है ये तुलसी का पेड़ है. पेड़ भी कोई ऐसा वैसे नहीं. अच्छा खासा आम के पेड़ के जैसे लंबा-चौड़ा. आपने भी सुना होगा तुलसी के पौधे होते हैं. लेकिन तुलसी के पेड़ का दावा चौकाने वाला था.
सोशल मीडिया पर इन तस्वीरों को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि ये दुनिया का सबसे बड़ा तुलसी का पेड़ है. जो कर्नाटक के बिलिगिरांटन में है.
क्या तस्वीर की सच?
तस्वीर कर्नाटक के होने का दावा था. इसलिए कर्नाटक में एबीपी संवाददाता पिंकी राजपुरोहित ने इसकी तहकीकात की. वायरल तस्वीर में दावा किया गया है कि विश्व का सबसे बड़ा तुलसी का पेड़ कर्नाटक में पाया गया है. आपको बता दें कि तुलसी का पेड़ नहीं पौधा होता है. पड़ताल में पता चला अबतक का सबसे बड़ा तुलसी का पौधा गिनीजबुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में जो रखा गया है वो ग्रीस का है. जिसकी ऊंचाई 10 फीट 11 इंच की है. तुलसी का ये पौधा ग्रीस में पाया गया है. चूंकी मामला आस्था से जुड़ा है. इसलिए एबीपी न्यूज ने वैदिक पंडित डॉक्टर नागार्जुन शर्मा से भी मुलाकात की.
वैदिक पंडित नागार्जुन शर्मा ने कहा, तुलसी का जड़ कभी इतना बड़ा नहीं होता. ये जड़ बहुत बड़ा दिख रहा है. तुलसी के जड़ की ऊंचाई कम होती है. ये तुलसी के जैसा ही है. लेकिन तुलसी नहीं है.
वैज्ञानिक तथ्यों के आधार पर मिली जानकारी और पंडित नागार्जुन शर्मा से बात करने के बाद ABP न्यूज की पड़ताल में कर्नाटक में दुनिया के सबसे बड़े तुलसी का पेड़ होने का दावा झूठा साबित हुआ है और तुलसी का पेड़ नहीं बल्कि पौधा होता है.
इंटरनेट पर फैल रहे हर दावे और अफवाह का सच जानने के लिए सोमवार से शुक्रवार एबीपी न्यूज़ पर 8.30 बजे 'सच्चाई का सेंसेक्स जरुर देखें.
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