नई दिल्लीः भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर पिछले लगभग 2 महीने से जारी गतिरोध को कम करने की दिशा में अहम कदम उठाया गया. सोमवार 6 जुलाई को दोनों देशों की सेनाएं हिंसक झड़प वाली गलवान घाटी से करीब डेढ़ किलोमीटर पीछे तक हट गईं. चीन को झुकाने में भारत को मिली इस सफलता पर देश में खुशी जाहिर की गई. कुश्ती पहलवान और हरियाणा बीजेपी की नेता बबीता फोगाट ने भी इस पर खुशी जाहिर की, लेकिन अपने ट्वीट पर उन्हें ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा.


बबीता ने किया पीएम की तारीफ में ट्वीट


सोमवार को चीन के पीछे हटने की खबर के बाद ओलंपियन बबीता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ में ट्वीट किया. अपने ट्वीट में बबीता ने लिखा, “झुकते भी हैं झुकाने वाला चाहिए. पीछे भी हटते हैं हटाने वाला चाहिए. चट्टान जैसा मजबूत नेता नरेंद्र मोदी चाहिए.”





हालांकि ट्विटर पर कई सारे यूजर्स को उनका ये ट्वीट रास नहीं आया और उन्होंने बबीता को पीएम मोदी के सर्वदलीय बैठक में दिए गए बयान की याद दिलाई. पीएम मोदी ने गलवान घाटी में हुए संघर्ष के बाद 19 जून को सर्वदलीय बैठक में कहा था कि “भारतीय जमीन पर न कोई आया था और न ही वहां किसी का कब्जा है.”


पीएम मोदी के इस बयान पर विपक्षी दलों ने उन पर जमकर निशाना साधा था और उसके बाद से लगातार सवाल उठते रहे हैं, कि अगर चीनी सेना भारतीय जमीन पर नहीं आई तो फिर संघर्ष किसकी जमीन पर हुआ.


ट्विटर यूजर्स ने किया बबीता को ट्रोल


पीएम के इसी बयान के आधार पर ट्विट यूजर्स ने बबीता से भी सवाल पूछा कि जब कोई भारतीय सीमा में नहीं आया था तो पीछे हटने के क्या मायने हैं?

















मई के महीने में शुरू हुए तनाव के बाद से ही दोनों देशों की सेनाएं कई इलाकों में आमने-सामने आई थीं, लेकिन 15 जून की रात इसका सबसे हिंसक रूप दिखा था, जब दोनों देशों की सेनाएं टकराई थीं. इसमें भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हुए थे, जबकि चीन को भी भारी नुकसान हुआ था. इसके बाद से ही दोनों देशों के बीच मिलिट्री कमांडर स्तर और राजनयिक स्तर पर बातचीत हुई और सेनाएं पीछे हटने को राजी हुईं.


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