पहलवान बजरंग पुनिया का गांव में हुआ भव्य स्वागत, कहीं बंटी मिठ्ठाई तो कहीं हुई आतिशबाजी
ओलंपिक कांस्य पदक विजेता पहलवान बजरंग पुनिया का सोनीपत में उनके आवास के बाहर परिवार और स्थानीय लोगों ने जोरदार स्वागत किया. बजरंग पुनिया ने लोगों को प्यार और सम्मान देने के लिए धन्यवाद दिया.
नई दिल्लीः टोक्यो ओलंपिक में बजरंग पूनिया कुश्ती का ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद भारत वापस लौट आएं हैं. इस दौरान दिल्ली एयरपोर्ट पर जहां उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया. वहीं उनके पैतृक आवास पर पहुंचने पर भी भारी संख्या में उनके प्रसंशकों ने पहुंच कर उनका जोरदार स्वागत किया.
दिल्ली में किए गए सम्मानित
पहलवान बजरंग पूनिया का दिल्ली में अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया. टोक्यो ओलंपिक पदक विजेताओं के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने किया था. जिसमें गोल्ड विजेता नीरज चोपड़ा, ब्रॉन्ज जीतने वाली भारतीय पुरुष हॉकी टीम, ब्रॉन्ज विजेता भारतीय मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन और सिल्वर मेडल विजेता रवि दहिया को सम्मानित किया गया.
#WATCH | Haryana: Olympic #Bronze medallist wrestler Bajrang Punia receives a rousing welcome from his family and locals outside his residence in Sonipat. pic.twitter.com/4539hL0J9b
— ANI (@ANI) August 9, 2021
पैतृक आवास पर हुआ जोरदार स्वागत
वहीं हरियाणा के सोनीपत में अपने पैतृक आवास पहुंचने पर ओलंपिक कांस्य पदक विजेता पहलवान का जोरदार स्वागत किया गया है. भारी संख्या में स्थानीय लोगों ने पहुंच कर उनका स्वागत किया, इस दौरान उन्हें लोगों ने उपने कंधे पर भी उठा लिया. फिलहाल बजरंग पुनिया ने इस जोरदार स्वागत पर लोगों को धन्यवाद अदा किया.
I thank people for giving me so much love and respect. It feels good to return home. I will first visit my doctor for my injury treatment: Olympic bronze medallist wrestler Bajrang Punia pic.twitter.com/ohW1BrGiE7
— ANI (@ANI) August 9, 2021
घुटने की चोट का कराएंगे इलाज
उन्होंने कहा कि 'मुझे इतना प्यार और सम्मान देने के लिए मैं लोगों का शुक्रिया अदा करता हूं. घर लौटकर अच्छा लग रहा है. मैं अपने चोट के इलाज के लिए सबसे पहले अपने डॉक्टर के पास जाऊंगा.' बता दें कि ओलंपिक से पहले उनका घुटना चोटिल हो गया था. जिसके कारण उन्हें 25 दिन तक ट्रेनिंग से दूर रहना पड़ा था. वहीं डॉक्टर्स ने उन्हें नहीं खेलने की सलाह दी थी.
It's an amazing day for me. Despite injuries, we kept working and concentrated on winning a medal. It was not possible to come to India without a medal. This is my result as well. We trained for over 3 years: Olympic bronze medallist Bajrang Punia's coach Emzarios Bentinidis pic.twitter.com/JZZZ75A28w
— ANI (@ANI) August 9, 2021
बजरंग पूनिया के साथ ही उनके कोच एमज़ारियोस बेंटिनिडिस का भी भव्य स्वागत किया गया. इस दौरान उन्होंने कहा कि 'यह मेरे लिए एक अद्भुत दिन है. चोटों के बावजूद, हम काम करते रहे और पदक जीतने पर ध्यान केंद्रित किया. बिना मेडल के भारत आना संभव नहीं था. यह मेरा परिणाम भी है. हमने 3 साल से अधिक समय तक प्रशिक्षण लिया.'
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