Wrestler Protest: देश में बीते एक महीने से अधिक समय से चल रहे पहलवानों के आंदोलन को दिल्ली पुलिस की तरफ से बड़ा झटका लगा. पुलिस के सूत्रों ने बताया कि पहलवानों ने सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण के जो आरोप लगाए थे अभी तक की जांच में ऐसे सबूत नहीं मिले हैं कि उनको गिरफ्तार किया जाए.
दिल्ली पुलिस सूत्रों ने बताया कि बृजभूषण के खिलाफ लगे आरोपों में जो पोक्सो की धारा लगी है उसमें भी 7 साल से कम की सजा है, इसलिए उस धारा में भी तुरंत गिरफ्तारी की जरूरत नहीं है. दूसरा अभी तक की जांच के अनुसार दिल्ली पुलिस को ऐसे कोई इनपुट नहीं मिले हैं जिससे की यह पता चल सके कि सांसद ने पीड़िताओं को धमकाने या उनसे किसी भी माध्यम संपर्क करने की कोई कोशिश की हो. ये वो दो वजहें हैं जिससे अभी तक की जांच के अनुसार सांसद को पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया है.
क्या अगले 15 दिनों में पूरी हो जाएगी जांच?
दिल्ली पुलिस के विश्वत सूत्रों के मुताबिक अब तक हमें बृजभूषण सिंह को गिरफ्तार करने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं मिले हैं. 15 दिनों के भीतर हम कोर्ट में अपनी रिपोर्ट दाखिल करेंगे. यह चार्जशीट या अंतिम रिपोर्ट हो सकती है. पहलवानों के दावे को साबित करने वाला कोई सबूत नहीं मिला है. पुलिस ने कहा हम इस मामले में पुलिस को दिए गए दस्तावेजों की सत्यता की जांच कर रहे हैं.
हालांकि दिल्ली पुलिस ने मीडिया में यह खबर प्रसारित होते ही एक ट्वीट किया है, जिसमें आधिकारिक रूप से उन्होंने इन दावों से किनारा कर लिया है. दिल्ली पुलिस ने कहा, कुछ मीडिया चैनल महिला पहलवानों के खिलाफ दर्ज मुकदमे में पुलिस द्वारा फाइनल रिपोर्ट दाखिल किए जाने की खबर प्रसारित कर रहे हैं . यह खबर पूरी तरह गलत है. यह केस अभी विवेचन में है और पूरी तफ्तीश के बाद ही उचित रिपोर्ट न्यायालय में रखी जायेगी.