Wrestlers Protest: यौन उत्पीड़न मामले में भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी को लेकर पहलवानों का प्रदर्शन जारी है. मामले पर खाप महापंचायत का आयोजन भी किया गया. इस बीच शिक्षा, खेल और महिला विकास मंत्रालय से जुड़ी संसद की स्थाई समिति की गुरुवार (1 जून) को हुई बैठक में विपक्ष के कई सांसदों ने समिति से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की. 


सूत्रों के मुताबिक, मीटिंग में मौजूद कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सदस्यों ने समिति के चेयरमैन विवेक ठाकुर से कहा कि इस मामले पर वो सरकार को एक पत्र लिखकर दखल करने की मांग करें. इन सदस्यों ने आरोप लगाया कि सरकार ने इस मामले से अब तक संतोषजनक कार्रवाई नहीं की.


इन सदस्यों ने सरकार और खासकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पर चुप रहने का आरोप लगाया और कहा कि जिस दिन नए संसद भवन का उद्घाटन हो रहा था उसी दिन पहलवानों के साथ पुलिस की कार्रवाई अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है. दरअसल हाल ही में प्रदर्शन कर रहे पहलवान साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट अपने मेडल गंगा नदी में बहाने के लिए हरिद्वार पहुंचे थे, लेकिन अंतिम समय में खिलाड़ियों ने अपना फैसला वापस ले लिया.


क्यों हुई बैठक?
बैठक 2024 में होने वाले ओलंपिक खेलों के लिए भारत की तैयारियों की समीक्षा के लिए बुलाई गई थी. मीटिंग में खेल मंत्रालय की सचिव सुजाता चतुर्वेदी और भारतीय खेल प्राधिकरण के महानिदेशक ने सरकार की ओर से समिति के सामने तैयारियों को लेकर एक प्रेजेंटेशन दिया. हालांकि अधिकारियों ने विपक्षी सांसदों के आरोपों पर कुछ नहीं कहा.


बता दें कि यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर बृजभूषण सिंह पर पॉक्सो एक्ट के तहत सहित दो एफआईआर दर्ज है, लेकिन पहलवान सिंह की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े है. तो वहीं इस पर बृजभूषण सिंह का कहना है कि जांच चल रही है. मैं गलत होऊंगा तो अरेस्ट हो जाऊंगा. 


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