Sexual Harassment Allegation On Brij Bhushan Singh: भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह गंभीर आरोपों का सामना कर रहे हैं. खेल मंत्रालय ने पहलवानों के धरने के मद्देनजर कुश्ती महासंघ के सभी कामों पर रोक लगा दी है. इसी के साथ संघ के अतिरिक्त सचिव को भी सस्पेंड कर दिया गया है. वहीं अब खेल मंत्रालय ने टूर्नामेंट रद्द कर दिए हैं और साथ ही WFI की अयोध्या में होने वाली बैठक को भी रद्द कर दिया गया है.
पहलवानों ने अपने धरने के दौरान बृजबूषण सिंह के साथ-साथ कुश्ती महासंघ के अतिरिक्त सचिव विनोद तोमर पर भी कई आरोप लगाए थे. खेल मंत्रालय को उनकी भी शिकायत दी गई थी. वहीं खेल मंत्रालय ने एक्शन लेते हुए विनोद तोमर को सस्पेंड कर दिया है. बता दें कि सस्पेंड होने से पहले विनोद तोमर अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के समर्थन में खुलकर दंगल में कूद गए थे.
अतिरिक्त सचिव ने क्या कहा था?
अतिरिक्त सचिव ने कहा था, "उन्होंने (बृजभूषण सिंह) खुद को पद से अलग कर लिया है. किसी ने उनको अलग नहीं किया है. उन्होंने अपना पद नहीं छोड़ा है. ये भी कुछ कन्फर्म नहीं है, ये मैं बस अपनी तरफ से बोल रहा हूं... सभी आरोप निराधार हैं. 3-4 दिन हो गए हैं और उन्होंने (पहलवानों) अभी तक कोई सबूत पेश नहीं किया है.
'प्रदर्शनकारी खिलाड़ियों का एजेंडा है'
इस बीच कुश्ती संघ ने खेल मंत्रालय को पत्र लिखा और उस पर लगे आरोपों को गलत बताया है. पत्र में लिखा है कि भारतीय कुश्ती महासंघ को बदनाम करने की कोशिश हुई है. पत्र में कहा गया कि प्रदर्शन के पीछे खिलाड़ियों का व्यक्तिगत हित या कोई छिपा हुआ एजेंडा है. WFI ने ये भी कहा कि यौन उत्पीड़न समिति को यौन शोषण की कभी कोई शिकायत नहीं मिली.
WFI का कामकाज पर रोक, जांच कमेटी का गठन
बता दें कि केंद्र सरकार ने भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) की सभी गतिविधियों को तब तक के लिए स्थगित करने का निर्णय लिया है जब तक कि ओवरसाइट कमेटी औपचारिक रूप से नियुक्त नहीं होती. इससे पहले, भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) ने भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर पहलवानों की ओर से लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए सात सदस्यीय समिति गठित की थी, जिसमें एमसी मैरीकॉम और योगेश्वर दत्त जैसे खिलाड़ी भी शामिल हैं.
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